Israel Air strike: इजराइली हमले में 5 लोगों की मौत, आखिर क्यों सीरिया को बनाया जा रहा है निशाना?
इजरायल ने रविवार तड़के सीरिया की राजधानी दमिश्क में हवाई हमले किए हैं. हवाई हमलों में एक रिहायशी इलाके को निशाना बनाया. छह फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद से यह पहला हमला है.
Israel Airstrike on Damascus, Syria: ‘सना’ की खबर के अनुसार, स्थानीय समयानुसार रात करीब साढ़े 12 बजे राजधानी में धमाकों की तेज आवाज सुनी गई और सीरिया की हवाई रक्षा प्रणाली “दमिश्क में दुश्मन के हवाई हमलों का जवाब दे रही है.”
समाचार एजेंसी ने सैन्य सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि हमलों में एक सैनिक सहित पांच लोग मारे गए तथा 15 अन्य घायल हुए हैं. इसने कहा कि कई रिहाइशी इमारतें नष्ट हो गई हैं. समाचार एजेंसी ने खबर दी है कि इस हमले से मध्य दमिश्क स्थित मध्यकालीन किले से जुड़ी इमारत को नुकसान पहुंचा है, जहां पर एप्लाइड आर्ट इंस्टीट्यूट स्थित है.
ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा है कि ईरानी मिलिशिया और लेबनानी हिज्बुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए हमले में एक महिला सहित 15 लोग मारे गये. उन्होंने बताया कि दमिश्क के बाहरी इलाके और कफ्र सुसा स्थित ईरानी स्कूल को निशाना बनाया गया.
प्राचीन और संग्रहालय महानिदेशक मोहम्मद अवाद ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि दमिश्क किले के आसपास की इमारतों को नुकसान पहुंचा है जहां पर कला व विरासत संस्थान है और किले के प्रबंधन कार्यालय भी हैं.
उन्होंने बताया कि हमले में ‘दुलर्भ और कीमती’ उपकरण व मशीनें नष्ट हो गई हैं जिन्हें प्रतिबंधों और आर्थिक संकट की वजह से हासिल करना मुश्किल है. हमले को लेकर इजराइल का तत्काल कोई बयान नहीं आया है. इजराइली सेना ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
ईरान समर्थित समूह के अधिकारी ने कफ्र सुसा हमले में ईरानी या फलस्तीनी अधिकारियों को निशाना बनाए जाने को लेकर मीडिया में आई खबरों का खंडन किया है. उन्होंने बताया कि हमला इमारत के नीचे बनी पार्किंग पर किया गया, जिसमें 10 नागरिक और सैनिक मारे गए और वे सभी सीरियाई थे. अधिकारी ने वहां पर किसी ईरानी या हिज्बुल्ला का सदस्य होने से भी इनकार किया.
इजराइल अक्सर दमिश्क के आसपास के इलाकों को हवाई हमले का निशाना बनाता रहा है लेकिन रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने की घटना दुर्लभ है. छह फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद से यह पहला हमला है.
सीरिया के विदेश मंत्रालय ने हमले की निंदा की. मंत्रालय ने कहा कि हमला ऐसे समय किया गया, जब विनाशकारी भूकंप के जख्मों से सीरिया उबर रहा है, मारे गये लोगों को सुपुर्द ए खाक कर रहा था, शोक और सहानुभूति संदेश प्राप्त कर रहा था और अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता प्राप्त हो रही थी.’’सीरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस हमले की निंदा करने की मांग की.
ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी तसनिम ने रविवार को कहा कि दमिश्क पर इजराइली हमले में किसी ईरानी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा है. एजेंसी ने बताया कि एक रॉकेट उसी स्थान पर गिरा, जहां पर वर्ष 2008 में हिज्बुल्ला कमांडर इमाद मोगनियाह मारा गया था.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमलों का प्रत्यक्ष संदर्भ नहीं दिया, लेकिन मंत्रिमंडल की बैठक में रविवार को कहा कि इजराइल, ईरानी हमलों से अपनी रक्षा करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा, ‘‘ईरान के हमले हमें हताश नहीं कर सकते. हम ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने की अनुमति नहीं देंगे, हम उसे अपनी उत्तरी सीमा पर मजबूत नहीं होने देंगे. हम वह हर चीज कर रहे हैं जो हमारे नागरिकों की रक्षा के लिए जरूरी है. हम स्वयं पर होने वाले हमलों का पूरी मजबूती से जवाब देंगे.’’
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