रूस: अगले हफ्ते से कोरोना वायरस के मरीजों को दी जाएगी गेम चेंजर समझी जाने वाली 'Avifavir' दवा
रूस को उम्मीद है कि इससे देश की इससे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आएगी. रूस के आरडीआईएफ सॉवरेन वेल्थ फंड के प्रमुख ने एक इंटरव्यू में रॉयटर्स को बताया कि एक महीने में लगभग 60,000 लोगों के इलाज के लिए दवा का निर्माण किया जाएगा.
मॉस्को: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ तेज होती जंग के बीच रूस ने कहा है कि अगले हफ्ते से वह गेम-चेंजर" दवा के रूप में प्रचारित होने वाली ऐंटीवायरल ड्रग 'Avifavir' को को देना शुरू कर देगा. रूस डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के फंड ने इसे गेम चेंजर बताया है. RDIF के हेड किरिल दिमित्रीव ने जानकारी दी है कि रूस के अस्पतालों में 11 जून से मरीजों को यह दवा दी जाएगी. उन्होंने बताया है कि हर महीने 6000 लोगों को यह दवा दी जाएगी.
रूस को उम्मीद है कि इससे देश की इससे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आएगी. रूस के आरडीआईएफ सॉवरेन वेल्थ फंड के प्रमुख ने एक इंटरव्यू में रॉयटर्स को बताया कि एक महीने में लगभग 60,000 लोगों के इलाज के लिए दवा का निर्माण किया जाएगा. हालांकि यह आने वाले कुछ दिनों में पता चलेगा कि यह दवा कोरोना रोगियों के लिए कितनी कारगर है. यह भी पढ़ें- दुनियाभर में COVID-19 संक्रमितों की संख्या 62 लाख के पार, संक्रमण से 3.75 लाख लोगों की हुई मौत.
रूस के आरडीआईएफ सॉवरेन वेल्थ फंड के प्रमुख किरिल दिम्रीक (Kirill Dmitriev) ने दावा किया कि 11 जून से रूसी अस्पतालों द्वारा लगभग 60,000 रोगियों को दवा दी जाएगी. उन्होंने दावा किया यह दवा संक्रमण की दर को रोकने में सक्षम है और 10 दिनों के भीतर एक संक्रमित व्यक्ति के शरीर में वायरस को मार सकती है.
बता दें कि मौजूदा समय में दुनिया में कोरोना वायरस के लिए कोई टीका नहीं है. हालांकि, पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वैक्सीन की खोज में जुटी है. दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 62 लाख से अधिक हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 375,000 को पार कर गई है.