हाफिज सईद के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई पर बोला भारत, ‘यह महज दिखावा’
भारत ने मुम्बई आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ता हाफिज सईद और उसके 12 नजदीकी सहयोगियों के खिलाफ आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए मामला दर्ज करने के पाकिस्तान के दावे को बृहस्पतिवार को ‘‘दिखावटी कदम’’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंकना है.
नयी दिल्ली. भारत ने मुम्बई आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ता हाफिज सईद और उसके 12 नजदीकी सहयोगियों के खिलाफ आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए मामला दर्ज करने के पाकिस्तान के दावे को बृहस्पतिवार को ‘‘दिखावटी कदम’’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंकना है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान का यह रुख कि अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहीम वहां मौजूद नहीं है, उसके ‘‘दोहरे मानदंड’’ को उजागर करता है.
उन्होंने कहा कि आतंकवादी समूहों को काबू में करने पर पाकिस्तान की ईमानदारी का आकलन उन समूहों के खिलाफ सत्यापन योग्य, विश्वसनीय और न पलटने वाले कदम का प्रदर्शन करने की उसकी क्षमता पर किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी समूहों के खिलाफ दिखावटी कदमों के झांसे में नहीं आना चाहिए. हमने पूर्व में ऐसी सुनवाइयों के परिणाम देखे हैं. हमने देखा है कि वे कहां तक जाते हैं.’’ यह भी पढ़े-पाकिस्तान में हाफिज सईद पर कसा शिकंजा, आतंक के लिए पैसा जुटाने का मामला दर्ज
कुमार ने कहा, ‘‘आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने की पाकिस्तान की ईमानदारी का आकलन उनकी धरती से संचालित आतंकवादी समूहों के खिलाफ सत्यापन योग्य, विश्वसनीय और न पलटने वाले कदम का प्रदर्शन करने की उसकी क्षमता के आधार पर किया जाएगा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंकने के लिए आधे अधूरे कदमों के आधार पर नहीं।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और हिंसा से मुक्त वातावरण में सामान्य संबंध चाहता है. पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग ने बुधवार को कहा था कि जमात उद दावा प्रमुख सईद और उसके 12 नजदीकी सहयोगियों के खिलाफ 23 मामलों में ‘‘आतंकवाद के वित्तपोषण’’ के लिए मामला दर्ज किया गया है. पाकिस्तान की ओर से यह दावा ऐसे समय किया गया है जब पाकिस्तान पर इसके लिए वैश्चिक दबाव बढ़ रहा है कि वह भारत में भीषण हमले करने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे.
उसने कहा कि जमात उद दावा प्रमुख और उसके सहयोगियों ने ‘‘आतंकवाद के लिए धनराशि जुटाने’’ के लिए पांच ट्रस्ट का इस्तेमाल किया. पाकिस्तान द्वारा दाऊद इब्राहीम के उसकी धरती पर मौजूद होने से इनकार करने पर कुमार ने कहा, ‘‘दाऊद का ठिकाना कोई गोपनीय चीज नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले कई वर्षों से लगातार पाकिस्तान को उन लोगों की सूची मुहैया करा रहे हैं जो उनके देश में हैं। हमने बार बार कहा है कि उन्हें सौंपा जाना चाहिए.’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दाऊद इब्राहिम संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी है और मुम्बई विस्फोट में उसकी भूमिका ‘‘बहुत स्पष्ट’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत रोचक है कि आप दावा करते हैं कि आपने कार्रवाई की है लेकिन जब सवाल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आता है जिनकी मांग हमने की है तो आप या तो उसे नजरंदाज करते हैं या आप इनकार की मुद्रा में आ जाते हैं।’’
कुमार ने कहा, ‘‘यह बुनियादी तौर पर दोहरे मानदंड का मामला है, जब सवाल पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई का आता है तो यह कुछ ऐसा है जहां वे पूरी तरह से बेनकाब हो जाते हैं.’’ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है।