पाकिस्तान बेल्ट एवं रोड मुहिम (बीआरआई) के तहत चीन के सैन्य लड़ाकू विमान, हथियार तथा अन्य हार्डवेयर उपकरण बनाने के लिये गोपनीय योजना बना रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है. यह पहला मौका है जब बीआरआई के साथ चीन की सैन्य महत्वकांक्षाएं के जुड़ाव के कयास को आधार मिला है. हालांकि चीन ने इस खबर का खंडन किया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स में चीन की बेल्ट एवं रोड योजना ने पाकिस्तान में लिया सैन्य मोड़ शीर्षक खबर में इसका खुलासा किया है. खबर के अनुसार, चीन जिस कार्यक्रम के शांतिपूर्ण एवं असैन्य होने का दावा करता रहा है उसमें नये लड़ाकू विमान बनाने की गोपनीय योजना भी शामिल है. खबर में कहा गया कि पाकिस्तान में चीन को एक भरोसेमंद सहयोगी दिखता है, जिसके साथ साझा सीमा और तालमेल का लंबा इतिहास है, जो भारत के खिलाफ दक्षिण एशिया में साझा भागीदार है. हथियारों का बड़ा ग्राहक है, आर्थिक वृद्धि के लिये व्यापार की संभावनाओं से समृद्ध है और जिसके पास प्राकृतिक संसाधनों का भंडार है. यह भी पढ़े: चीन में बदले इमरान खान के सुर, कर्ज के लिए CPEC को बता डाला तरक्की का विकल्प
इसमें कहा गया है कि अब चीन को उस पाकिस्तान में सुरक्षा तथा निगरानी प्रौद्योगिकी के लिये भी जगह मिल रही है जो पारंपरिक तौर पर अमेरिका का भागीदार रहा है. हालांकि चीन ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क टाइम्स की इस खबर का खंडन किया। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि हमारे पास उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार संबंधित खबर सही नहीं है.