Syria Civil War: सीरिया में बसर अल-असद की सत्ता का पतन, देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति! कई शहरों पर विद्रोहियों का कब्जा

सीरिया में गृहयुद्ध के बीच विद्रोही गुटों ने कई प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया है और राजधानी दमिश्क को घेरने की तैयारी कर रहे हैं. राष्ट्रपति बसर अल-असद के देश छोड़ने की खबरें सामने आई हैं, हालांकि सरकारी मीडिया ने इसे खारिज किया है.

सीरिया में वर्षों से जारी गृहयुद्ध अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है. शनिवार को विद्रोही गुटों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के बाहरी इलाकों तक पहुंचते हुए देश के कई प्रमुख शहरों पर कब्जा करने का दावा किया. वहीं, अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल-असद देश छोड़कर अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. हालांकि, सीरियाई सरकारी मीडिया ने इन खबरों को अफवाह करार दिया है और कहा है कि असद अभी भी दमिश्क में हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं.

विद्रोहियों की बढ़त और असद शासन का संकट 

शनिवार को विद्रोही गुटों ने एक बड़े हमले के तहत देश के चौथे सबसे बड़े शहर हमा और होम्स पर कब्जा कर लिया. इस हमले के दौरान विद्रोही राजधानी दमिश्क के उपनगरों तक पहुंच गए. हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) जैसे जिहादी समूहों के नेतृत्व में यह विद्रोह असद सरकार को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है.

एचटीएस के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "हमारा मिशन असद सरकार को सत्ता से बेदखल करना और सीरिया में स्वतंत्र शासन स्थापित करना है."

सीरियाई सेना की स्थिति 

सरकारी सेना ने दक्षिणी सीरिया के प्रांतों स्वेदा और दारारा से वापसी कर होम्स की रक्षा के लिए सैनिकों को पुनः तैनात किया है. हालांकि, विद्रोहियों की तेज़ी से बढ़ती ताकत ने असद सरकार को भारी दबाव में डाल दिया है.

सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, दमिश्क के उपनगर मादामिया, जरामाना और दरया में विद्रोही अब पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं. इस बीच, विद्रोही बल राजधानी दमिश्क को घेरने की योजना बना रहे हैं, जिसे उन्होंने "अंतिम चरण" करार दिया है.

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और कूटनीतिक प्रयास 

सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन ने तुरंत जिनेवा में वार्ता का आह्वान किया है. उनका कहना है कि सीरिया में "व्यवस्थित राजनीतिक बदलाव" सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होना होगा.

कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल-थानी ने कहा, "विद्रोहियों की तेज़ प्रगति सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता के लिए गंभीर खतरा है. राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने में देरी से संघर्ष और गहरा सकता है."

सीरिया में मौजूदा संकट ने देश की स्थिरता को गहरे संकट में डाल दिया है. असद शासन का पतन और विद्रोहियों की बढ़त यह दर्शाती है कि देश एक नई राजनीतिक व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है.

अब देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट को हल करने के लिए क्या कदम उठाता है और क्या सीरिया में एक नई शुरुआत संभव हो पाएगी.

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