बांग्लादेश: पाकिस्तान समर्थक पूर्व सैनिक समेत 35 लोगों के बैंक खातों की होगी जांच
बांग्लादेश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने कम से कम 35 लोगों के बैंक खातों को समन किया है, जिसमें भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक एक्टिविस्ट मेजर देलवर हुसैन, बीएनपी-जमात कार्यकर्ता कनक सरवर, जमात के कार्यकर्ता इलियास हुसैन और कई ब्लॉगर्स शामिल हैं.
ढाका, 28 नवंबर : बांग्लादेश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (Bangladesh Financial Intelligence Unit) ने कम से कम 35 लोगों के बैंक खातों को समन किया है, जिसमें भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक एक्टिविस्ट मेजर देलवर हुसैन (सेवानिवृत्त), बीएनपी-जमात कार्यकर्ता कनक सरवर, जमात के कार्यकर्ता इलियास हुसैन और कई ब्लॉगर्स शामिल हैं. ये वो ब्लॉगर्स हैं जो सोशल मीडिया के जरिए सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. जिन लोगों के बैंक खातों की जानकारी मांगी गई है, उनमें शेख मोहिउद्दीन अहमद, पिनाकी भट्टाचार्य, महमूदुर रहमान, शिपॉन कुमार बोस, तुहिन मलिक, मीर जहान, सानीउर रहमान, रवीन्द्र घोष, गबिन्द्र चंद्र प्रमाणिक, ए.के.एम. वाहिदुज्जमां, असदुज्जमां नूर, आसिफ मोहिउद्दीन और गोल्डन मनीर शामिल हैं.
बीएफआईयू के प्रमुख अबू हेना मोहम्मद रजी हसन ने शुक्रवार को कहा, "हम उन लोगों के बैंक खातों की जानकारी मांग रहे हैं, जिनसे या तो पूछताछ की गई है या जिन पर आरोप लगाया गया है या जिनके खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसी ने जांच की है. देलवर, सरवर, हुसैन समेत कई अन्य लोगों से पूछताछ की गई है, इसलिए हम उनके बैंक खातों की जांच कर रहे हैं." अपने पत्र में बीएफआईयू ने खाता खोलने, ताजा लेनदेन, केवाईसी फॉर्म और जिनके साथ लेनदेन किया गया है, इन सभी चीजों का विवरण मांगा है. बीएफआईयू ने 22 नवंबर को बैंकों को कई पत्र भेजे. इसके अलावा 4 और पत्रों के जरिए 18 और व्यक्तियों और एक संगठन के खातों की जानकारी मांगी है.
बता दें कि इस महीने की शुरूआत में बांग्लादेश के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस डायरेक्टोरेट (आईएसपीआर) ने हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों द्वारा बांग्लादेश की सेना के खिलाफ 'अवास्तविक कहानियां' फैलाने के लिए कार्रवाई की थी.
उन्होंने कहा, "वे विभिन्न स्रोतों से गणमान्य लोगों की बातचीत को इकट्ठा करके और उनमें बदलाव करके देश और सेना की छवि को लगातार कलंकित कर रहे हैं." साथ ही कहा, "बांग्लादेश सेना देश की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए ²ढ़ संकल्पित है. इसे राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान ने बनाया है और 49 साल पुरानी सेना अब पेशेवर रूप से कुशल और परिपक्व है."