Tech Startups: भारतीय टेक स्टार्टअप्स ने इस साल की पहली छमाही (जनवरी से जून तक) में 4.1 बिलियन डॉलर जुटाए, जो 2023 की दूसरी छमाही में 3.96 बिलियन डॉलर से 4 प्रतिशत अधिक है. गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है. इस अवधि में देश में 17 आईपीओ के साथ तीन यूनिकॉर्न भी नजर आए. टेक स्टार्टअप के मामले में भारत विश्व में चौथा सबसे अधिक फंडिंग पाने वाला देश बना हुआ है. ट्रैक्सन के अनुसार इस ग्रुप में सबसे ज्यादा फंडिंग पाने वाला पहला देश अमेरिका है. उसके बाद यूके और चीन का नंबर आता है. जिसके बाद चौथे नंबर पर भारत है.
2024 की पहली छमाही में सबसे अधिक मासिक फंडिंग अप्रैल के महीने में हुई, जो 862 मिलियन डॉलर थी. वहीं, इस फंडिंग के जरिए सबसे ज्यादा धनराशि जुटाने के मामले में बेंगलुरु नंबर वन पर है, उसके बाद मुंबई और हैदराबाद का नंबर है. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 2024 की पहली छमाही में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले क्षेत्र में रिटेल, एंटरप्राइज एप्लिकेशन और फिनटेक शामिल थे। नेहा सिंह, सह-संस्थापक, ट्रैक्सन ने कहा, ''2022 की पहली छमाही के बाद से लगातार चार छमाही में फंडिंग में गिरावट के बावजूद, हम अब स्थिर व्यवस्था के संकेत दे रहे हैं और ऊपर की ओर जा रहे हैं. टेक स्टार्टअप में चौथे सबसे अधिक फंडिंग पाने वाले देश के रूप में भारत का मजबूत प्रदर्शन उत्साहजनक है.''
स्टार्टअप के लिए शुरुआती दौर की फंडिंग 2023 की दूसरी छमाही से 6.5 प्रतिशत बढ़कर 455 मिलियन डॉलर हो गई. नए स्टार्टअप्स ने 2023 की दूसरी छमाही की तरह ही 1.3 बिलियन डॉलर की स्थिर फंडिंग राशि बनाए रखी. अंतिम चरण की फंडिंग बढ़कर 2.4 बिलियन डॉलर हो गई, जो कि 2023 की दूसरी छमाही से 3.8 प्रतिशत अधिक है. 2024 की पहली छमाही में 100 मिलियन डॉलर से अधिक के आठ फंडिंग राउंड देखे गए, जैसे कि गूगल के नेतृत्व में फ्लिपकार्ट का 350 मिलियन डॉलर का राउंड, अपोलो 24x7 का 297 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड और मीशो का 275 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड. एआई स्टार्टअप क्रुट्रिम और बी2बी सास कंपनी परफियोस के बाद लॉजिस्टिक्स कंपनी पोर्टर इस साल की पहली छमाही में तीसरी यूनिकॉर्न थी.