Tokyo Olympics 2020: पीवी सिंधु के अलावा इन खिलाड़ियों ने लगातार 2 बार जीता हैं ओलंपिक पदक, यहां पढ़े उनके नाम

सिंधु के इस पदक के साथ टोक्यो में भारत के कुल दो पदक हो गए हैं. इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने रजत पदक जीत था. इस तरह भारत ने रियो में जीत गए पदकों की बराबरी कर ली है. रियो में सिंधु ने जहां कांस्य जीता था वहीं साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य जीता था.

नॉर्मन प्रिचर्ड, सुशील कुमार और पीवी सिंधु

टोक्यो: भारत की महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने रविवार को चीन (China) की हे बिंग जियाओ (He Bing Jiao) को हराकर टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में महिला एकल का कांस्य पदक (Bronze medal) जीतकर इतिहास रच दिया है. रियो ओलंपिक (Rio Olympics) में रजत पदक (Silver medal) जीतने वाली छठी सीड सिंधु ने मुशासहीनो फॉरेस्ट प्लाजा कोर्ट नम्बर-1 पर आठवीं सीड बिंग को 52 मिनट में 21-13, 21-15 से हराया और लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी और दूसरी एथलीट बन गईं. Tokyo Olympics 2020: पीवी सिंधु ने भारत को दिलाया दूसरा मेडल, चीन की He Bing Jiao को हराकर जीता कांस्य पदक

नॉर्मन प्रिचर्ड (1900 पेरिस ओलंपिक में दो रजत पदक)

इस सूची में पहला नाम नॉर्मन प्रिचर्ड का आता हैं. भारत ने अपने पहले ओलंपिक की शुरुआत 1900 के पेरिस ओलंपिक में नॉर्मन प्रिचर्ड के साथ की थी. आधुनिक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पहले भारतीय प्रतिनिधि ने एथलेटिक्स में पांच पुरुष स्पर्धाओं में भाग लिया था, जिनमें 60 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर, 110 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ शामिल है. यही नहीं उन्होंने 200 मीटर स्प्रिंट और 200 मीटर बाधा दौड़ (हर्डल रेस) में दो रजत पदक जीते थे. देश के आजाद होने से पहले नॉर्मन प्रिचर्ड ने भारत के लिए पहला इंडिविजुअल मेडल जीता.

सुशील कुमार (2008 & 2012)

भारत के लिए रेसलर सुशील कुमार ने कुश्ती में दो-दो मेडल अपने नाम किए थे. सुशील कुमार ने 2008 बिजिंग ओलिंपिक में कांस्य पदक और फिर 2012 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. इस लिस्ट में सुशील कुमार का भी नाम दर्ज हैं. सुशील कुमार भारत की तरफ से ओलिंपिक में दो-दो मेडल जीतने वाले पहले पुरुष एथलीट बने थे.

पीवी सिंधु (2016 & 2020)

पीवी सिंधू ऐसा कमाल करने वाली पहली महिला एथलीट बनीं साथ ही बैडमिंटन में भी भारत के लिए दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनीं. टोक्यो ओलिंपिक में सिंधू ने ब्रॉन्ज के लिए हुए मुकाबले में चीनी खिलाड़ी बिंगजियाओ को लगातार दो गेम में 21-13 और 21-15 से हराकर ये उपलब्धि अपने नाम कर लिया. रियो ओलंपिक में सिंधु फाइनल में स्पेन की केरोलिना मारिन के हाथों हार गई थीं. यहां टोक्यो में सिंधु को सेमीफाइनल में ताइवान की ताए जू यिंग के हाथों हार मिली थी.

सिंधु के इस पदक के साथ टोक्यो में भारत के कुल दो पदक हो गए हैं. इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने रजत पदक जीत था. इस तरह भारत ने रियो में जीत गए पदकों की बराबरी कर ली है. रियो में सिंधु ने जहां कांस्य जीता था वहीं साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य जीता था.

 

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