मुंबई: टीम इंडिया (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक सप्ताह के भीतर दो बड़ी घोषणाएं करके क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी हैं. किंग कोहली ने सबसे पहले आईसीसी टी20 विश्व कप (T20 World Cup) के बाद वह टी20 इंटरनेशनल फॉरमेट की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की और अब रविवार को कोहली ने बताया कि आरसीबी (RCB) के कप्तान के रूप में यह उनका आखिरी आईपीएल सीजन होगा. IPL 2021: सौरभ तिवारी और एडम मिल्ने को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ड्रेसिंग रूम में मिला ये खास अवॉर्ड (देखें वीडियो)
विराट कोहली 2013 में आरसीबी की कप्तानी संभाली थी. उनकी अगुवाई में आरसीबी आज तक आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई है. विराट ने आईपीएल में अब तक 132 मैचों में टीम की कप्तानी की है. इनमें से 60 में आरसीबी को जीत मिली है,जबकि 65 मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा है. विराट कोहली ने कहा कि वह अपने कार्यभार को कम करने के लिए कप्तानी छोड़ रहे हैं और आरसीबी में बतौर खिलाड़ी खेलना जारी रखेंगे.
इस पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रेड हॉग का मानना है कि विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय और आरसीबी की कप्तानी इसलिए छोड़ी ताकि सचिन तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतक की बराबरी करने वाली उपलब्धि पर फोकस कर सकें.
अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए हॉग ने कहा कि विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय और आरसीबी की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया. कोहली खेल के लंबे फॉरमेट पर ध्यान लगा रहे हं. वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी करना चाहते हैं. मगर वह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों की बराबरी करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
हॉग ने कहा कि विराट कोहली एकदिवसीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के काफी पास हैं. कोहली वनडे में 43 शतक जमा चुके हैं. मगर टेस्ट में वो सचिन से बहुत पीछे हैं. टेस्ट में कोहली सिर्फ 27 शतक ही जड़े हैं. तेंदुलकर ने 200 मैचों में 51 टेस्ट शतक ठोके हैं. मुझे लगता है कि कप्तान कोहली टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, जिससे वो तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड की बराबरी करके बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर सके. बता दें कि विराट कोहली ने आखिरी टेस्ट शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे/नाइट टेस्ट में बनाया था.