पृथ्वी शॉ के शतक पर कप्तान कोहली का यह रिएक्शन आप मिस नहीं कर सकते

भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के पहले मैच के पहले दिन पृथ्वी शॉ आकर्षण का केंद्र रहे. उनकी आतिशी बल्लेबाजी ने आज यहां राजकोट स्टेडियम में बैठे सभी दर्शकों का खुब मनोरंजन किया. शॉ के शतक पर कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे का रिएक्शन भी उत्साह भरा रहा और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है.

कप्तान विराट कोहली और पृथ्वी शॉ (File Photo)

राजकोट: भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के पहले मैच के पहले दिन पृथ्वी शॉ आकर्षण का केंद्र रहे. उनकी आतिशी बल्लेबाजी ने आज यहां राजकोट स्टेडियम में बैठे सभी दर्शकों का खुब मनोरंजन किया. शॉ के शतक पर कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे का रिएक्शन भी उत्साह भरा रहा और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि भारत को पृथ्वी के रूप में अपना भविष्य मिल गया है. हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जिस तरह से शॉ ने आज बल्लेबाजी की, उनके इस पारी को देखते हुए क्रिकेट फैंस को उनमें अपना अगला स्टार नजर आ रहा है.

पृथ्वी शॉ ने अपनी पारी के दौरान कई सारे रिकॉर्ड्स बनाए. पृथ्वी शॉ ने अपने डेब्यू मैच में इस धमाकेदार प्रदर्शन से सचिन तेंदुलकर को भी पछाड़ दिया है. दरअसल पृथ्वी शॉ सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ी का खिताब अपने नाम किया हैं. सचिन तेंदुलकर ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच का शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ किया था जिसमें उन्होंने 15 रनों की पारी खेली थी. वहीं इस युवा बल्लेबाज ने अपने डेब्यू मैच मे ही 134 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर सबको अपनी तरफ आकर्षित किया है. यही नहीं करियर के डेब्यू टेस्ट में सबसे तेज शतक जमाने के मामले में पृथ्वी शॉ तीसरे स्थान पर रहे. करियर के डेब्यू टेस्ट में शतक जमाने वाले पृथ्वी चौथे सबसे युवा बल्लेबाज बने.

अपने पदार्पण टेस्ट मैच में एक परिपक्कव बल्लेबाज की तरह खेलकर शतक जड़ने वाले पृथ्वी शॉ ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा कि वह इंग्लैंड कि कड़ी परिस्थितियों में भी बेहतर आक्रमण के सामने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिये अच्छी तरह से तैयार थे. लेकिन उन्हें वहां पदार्पण करने का मौका नहीं मिला. शॉ ने कहा "इंग्लैंड में अनुभव शानदार रहा. टीम में मैं सहज महसूस कर रहा था. विराट भाई ने कहा कि टीम में कोई सीनियर या जूनियर नहीं होता है. पांच साल से भी अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम में साथ में रहना बहुत अच्छा अहसास है. अब सभी दोस्त हैं.’’ शॉ ने बताया वो मैच से पहले थोड़ा नर्वस थे लेकिन इंग्लैंड में सीनियर साथियों के साथ समय बिताने से उन्हें अपने पदार्पण मैच को एक अन्य मैच की तरह लेने में मदद मिली.

Share Now

\