सौरव गांगुली को हितों के टकराव मामले में मिला क्लीन चिट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरभ गांगुली को हितों के टकराव मामले में एथिक्स ऑफिसर और लोकपाल डीके जैन की ओर से क्लीन चिट मिल गई है. बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के पूर्व अध्यक्ष गांगुली ने सीएबी के अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा इसके सचिव अभिषेक डालमिया को सौंप दिया था.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरभ गांगुली को हितों के टकराव मामले में एथिक्स ऑफिसर और लोकपाल डीके जैन की ओर से क्लीन चिट मिल गई है. बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के पूर्व अध्यक्ष गांगुली ने सीएबी के अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा इसके सचिव अभिषेक डालमिया को सौंप दिया था. जैन ने जो आदेश जारी किया है, उसकी प्रति आईएएनएस के पास मौजूद है. जैन ने पाया कि गांगुली ने इस्तीफा दे दिया है और फिर इसके बाद उनसे संबंधित किसी तरह का हितों का टकराव का मुद्दा नहीं बनता है.
गांगलुी ने डालमिया को लिखे पत्र में लिखा, "23 अक्टूबर, 2019 को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभालने के चलते मैंने तुरंत प्रभाव से बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया." यह भी पढ़ें- सौरव गांगुली ने कहा- मैं अपनी उम्मीदें खुद बनाता हूं
जैन ने अपने आदेश में कहा, "मेरे विचार में, गांगुली को लेकर किसी भी तरह के 'हितों का टकराव' का मुद्दा एथिक्स अधिकारी के लिए विचार करने योग्य नहीं है. इसलिए मौजूदा शिकायत को निपटाया जाता है. इस आदेश की प्रतियां शिकायतकर्ता, गांगुली और बीसीसीआई को भी भेजी जाती हैं."
मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वह सीएबी अध्यक्ष और बीसीसीआई एजीएम में इसके प्रतिनिधि के रूप में कई पद पर काबिज हैं.