आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मिली हार के बाद देश में कई पूर्व खिलाड़ी विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी पर सवाल उठा रहे हैं. इसी कड़ी में 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे पूर्व भारतीय कप्तान एवं सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भी वेस्टइंडीज दौरे के लिए कोहली को स्वाभाविक तौर पर कप्तान बनाए रखे जाने के फैसले पर सवाल खड़े किए थे. गावस्कर का मानना है कि कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपे जाने से पहले आधिकारिक बैठक होनी चाहिए थी.
सुनील गावस्कर के इस सवाल के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में क्रिकेट कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने ट्वीट करते हुए कहा कि, भारतीय चयनकर्ताओं पर और विराट कोहली को कप्तान बरकरार रखने पर गावस्कर सर के नजरिये से पूरे सम्मान के साथ अहसमत हूं. नहीं, विश्व कप में भारत का प्रदर्शन उम्मीद से खराब नहीं था, वे सात मैच जीते और दो हारे. आखिरी मैच बेहद कम अंतर से और चयनकर्ता के रूप में स्तर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण ईमानदार होना है.
Respectfully disagree with Gavaskar Sir with his views on Indian selectors & Virat being retained as capt. No, Ind did not put in a ‘much below par WC performance’, they won 7 lost two. Last one very narrowly. And integrity a far more important quality as selector than stature.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) July 29, 2019
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बता दें की कोहली फ्लोरिडा और वेस्टइंडीज में तीन T20 अंतरराष्ट्रीय, तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और दो टेस्ट मैचों की शृंखला में भारतीय टीम की अगुआई करेंगे. गावस्कर ने अपने लेख में सवाल उठाया था कि विश्व कप में टीम के बाहर होने के बाद कोहली कप्तानी के लिए स्वत: पसंद क्यों थे.
वहीं उन्होंने आगे कहा कि चयन समति को उनकी कप्तानी और टीम के प्रदर्शन की समीक्षा करनी चाहिए थी. गावस्कर ने कहा था कि चयनकर्ताओं को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम चुनने से पहले समीक्षा बैठक बुलानी चाहिए थी और साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली समिति में स्तरीय खिलाड़ी होंगे जिन पर टीम प्रबंधन हावी नहीं हो सके.