VIDEO: PM मोदी ने बिहार के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी से की मुलाकात, IPL में चमका समस्तीपुर का सितारा

PM Modi Meets Vaibhav Suryavanshi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पटना एयरपोर्ट पर युवा क्रिकेट खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से मुलाकात की. इस मुलाकात ने न केवल वैभव के लिए एक यादगार पल रचा, बल्कि देशभर में उनके क्रिकेट कौशल की चर्चा को और बढ़ावा दिया.

वैभव सूर्यवंशी, एक उभरते हुए क्रिकेटर, अपनी शानदार प्रतिभा के लिए हाल के दिनों में सुर्खियों में रहे हैं. उनकी उपलब्धियों ने न केवल खेल प्रेमियों का ध्यान खींचा है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री का भी समर्थन हासिल किया है. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने वैभव की प्रतिभा की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, "उनके क्रिकेट कौशल की पूरे देश में प्रशंसा हो रही है. उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं." इस ट्वीट ने वैभव के लिए प्रेरणा का काम किया और उनके प्रशंसकों में उत्साह भर दिया.

वैभव के परिवार ने भी इस मुलाकात को एक विशेष क्षण बताया. उनके माता-पिता ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलना और उनकी शुभकामनाएं प्राप्त करना वैभव के करियर के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है. यह मुलाकात न केवल वैभव के लिए, बल्कि बिहार के उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है जो खेल के क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं.

वैभव सूर्यवंशी: एक उभरते क्रिकेट सितारे की यात्रा

वैभव सूर्यवंशी, बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव से ताल्लुक रखने वाले 14 वर्षीय क्रिकेटर, आज भारतीय क्रिकेट में एक चमकता सितारा बन चुके हैं. उनकी कहानी मेहनत, समर्पण और असाधारण प्रतिभा का प्रतीक है, जिसने उन्हें कम उम्र में ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई. इस लेख में हम वैभव की क्रिकेट यात्रा, उनकी उपलब्धियों और उनके प्रेरणादायक सफर पर नजर डालेंगे.

प्रारंभिक जीवन और क्रिकेट की शुरुआत

वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को हुआ था. मात्र चार साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, जब उनके पिता ने उन्हें खेल के गुर सिखाए. वैभव की प्रतिभा जल्द ही सामने आई, और नौ साल की उम्र में उनके पिता ने उन्हें समस्तीपुर की एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया. यहां कोच मनीष ओझा और बृजेश झा के मार्गदर्शन में वैभव ने अपनी बल्लेबाजी को निखारा. उनकी कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें कम उम्र में ही बड़े मंचों तक पहुंचाया.

वैभव की बचपन की कहानियां उनके असाधारण टैलेंट की गवाही देती हैं. उनके साथी खिलाड़ियों के अनुसार, वह 15-20 साल बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए भी अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंका देते थे. समस्तीपुर के पटेल मैदान में उनके शुरुआती दिन उनके कोच और साथियों के लिए यादगार हैं.

रिकॉर्ड तोड़ने की शुरुआत

वैभव ने 12 साल की उम्र में ही बिहार के लिए वीनू मांकड़ ट्रॉफी में हिस्सा लिया और पांच मैचों में करीब 400 रन बनाए, जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे. उनकी इस शानदार पारी ने उन्हें रणजी ट्रॉफी में डेब्यू का मौका दिलाया. जनवरी 2024 में, मात्र 12 साल और 284 दिन की उम्र में, वैभव ने मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया, जिससे वे इस टूर्नामेंट में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ियों में से एक बन गए. उन्होंने सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड तोड़े.

2024 में, वैभव ने रणधीर वर्मा अंडर-19 वनडे टूर्नामेंट में समस्तीपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए सहरसा के खिलाफ 178 गेंदों में नाबाद 332 रन बनाए. यह वनडे क्रिकेट में भारत का पहला तिहरा शतक था, जिसने रोहित शर्मा के 264 रन के विश्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.

IPL में ऐतिहासिक डेब्यू

वैभव की प्रतिभा ने उन्हें 2024 में आईपीएल मेगा नीलामी में सुर्खियां दिलाईं. 13 साल की उम्र में, राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा, जिससे वे आईपीएल अनुबंध पाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए.