ICC Women’s Championship 2017-2020: भारत को भारी पड़ सकता है पाकिस्तान के साथ टुर्नामेंट नहीं खेलना
भारतीय महिला टीम और पाकिस्तानी महिला टीम (Photo Credits: File Image)

ICC Women’s Championship 2017-2020: भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण इसका असर दोनों देशों के क्रिकेट पर भी पड़ा है. जी हां साल 2013 के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट पूरी तरह से बंद है. पुरुष टीम के साथ-साथ महिला टीमें भी एक-दूसरे देशों का दौरा नहीं कर रही हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) इस सिलसिले में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) के खिलाफ हर्जाने का मुकदमा भी हार चुका है.

बता दें कि दोनों देशों की बीच का यह तनाव अब भारतीय महिला टीम पर भारी पड़ सकता है. दरअसल साल 2021 में होने वाले महिला विश्व कप में क्वलिफाइ करने का फॉर्मेट कुछ ऐसा है कि टीम इंडिया का पाकिस्तान के साथ ना खेलना महंगा पड़ा सकता है. जी हां आईसीसी की महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप मे पाकिस्तान की टीम तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज को मात देकर पॉइंट्स टेबल में चौथी पोजिशन पर पहुंच गई है. पाकिस्तान और भारत के अब 12-12 पॉइंट्स है लेकिन बेहतर रन-रेट के चलते टीम इंडिया इस वक्त तीसरी पोजिशन पर है.

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अब अगर भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ सीरीज नहीं खेलती है तो उसे छह पॉइंट्स का नुकसान होगा जो सीधे पाकिस्तान के खाते में जुड़ जाएंगे. नियमों के मुताबिक मेजबान न्यूजीलैंड के अलावा रैंकिंग में टॉप 4 टीमों को वर्ल्ड कप में सीधी एंट्री मिलेगी. अगर न्यूजीलैंड टॉप 4 में रहती है तो पांचवीं रैंकिंग की टीम को सीधी एंट्री मिल सकती है. बाकी बची टीमों को क्वालिफाइंग राउंड खेलकर जगह बनानी होगी.

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साल 2017 के वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया ने इसी वजह से 6 पॉइंट्स गंवा दिए थे और उसे क्वालिफाइंग राउंड खेल कर वर्ल्ड कप में एंट्री मिली थी. इन क्वलिफाइंग मुकाबलों के फाइनल मे भारत ने दक्षिण अफ्रीका को एक विकेट से मात देकर वर्ल्ड कप में खेलने का हक हासिल किया था. अब अगर भारतीय टीम फिर से पाकिस्तान के साथ नहीं खेलती है तो उसे ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ सकता है.