
India vs England: रोहित शर्मा भारत के सफल कप्तानों में शामिल हो गए हैं क्योंकि उन्होंने भारत को 13 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल में ऐतिहासिक जीत दिलाई है. वह एक साल के भीतर दो आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान भी बन गए हैं. इस बीच रोहित शर्मा की इस बड़ी सफलता के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन पर अपना भरोसा जताया है और 20 जून से शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम की अगुआई करने के लिए उनका समर्थन किया है.
टेस्ट कप्तान के रूप में रोहित शर्मा का भविष्य
बता दें की न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो सीरीज में हार के बाद रोहित शर्मा के टेस्ट कप्तान के रूप में भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. कई लोगों का मानना था कि रोहित की जगह किसी और खिलाड़ी को नया कप्तान बनाना चाहिए. इसके अलावा उनके टेस्ट रिटायरमेंट की भी खबरें चर्चे में थी. हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम की जीत ने उनकी स्थिति को मजबूत कर दिया है. जिसमें बीसीसीआई और चयन समिति दोनों उनका समर्थन किया है.
दरअसल, द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बोर्ड रोहित को इंग्लैंड के खिलाफ भारत की कप्तानी के लिए आदर्श विकल्प के रूप में देखता है. एक सूत्र ने कहा की, "उन्होंने टीम का नेतृत्व करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है,और उनकी कप्तानी में विश्वास है. रोहित ने टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखने की इच्छा भी व्यक्त की है."
सिडनी टेस्ट में नहीं खेलने के बाद उठे थे सवाल
रोहित शर्मा के टेस्ट कप्तान के रूप में भविष्य के बारे में सवाल तब और तेज हो गए जब उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट से बाहर होने का फैसला किया। रिपोर्टों में यह बताया गया की चयनकर्ता अन्य विकल्पों की तलाश कर रहे थे.
हालांकि, रोहित ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उनका टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट से हटने का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय था. जो उस समय की उनकी फॉर्म से जुड़ा था. रोहित का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया दौरान बेहद ख़राब था.