Jasprit Bumrah New Milestone: जसप्रीत बुमराह का इतिहास रचने वाला कारनामा, बने SENA देशों में 150 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले एशियाई गेंदबाज़
Jasprit Bumrah. (Photo credits: X/@PunjabKingsIPL)

India National Cricket Team vs England National Cricket Team Match Scorecard: इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज(Test Series) का पहला मुकाबला 20 जून(शनिवार) से लीड्स(Leeds) के हेडिंग्ले ग्राउंड्स(Headingley Grounds) में खेला जा रहा हैं. भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने एक और बड़ा मील का पत्थर पार करते हुए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज करवा लिया है. इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में बुमराह ने SENA देशों (South Africa, England, New Zealand, Australia) में 150 या उससे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले पहले एशियाई गेंदबाज़ बनने का गौरव हासिल किया. यह उपलब्धि पाने वाले वह न सिर्फ पहले भारतीय हैं, बल्कि पूरे एशिया में भी किसी ने यह कमाल अब तक नहीं किया था. टेस्ट कप्तानी डेब्यू पर इन दिग्गजों ने मचाया तांडव, शुभमन गिल बने ऐसा करने वाले पांचवें भारतीय कप्तान, यहां देखें पूरी लिस्ट

31 वर्षीय बुमराह ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान हासिल की, जिसमें उन्होंने जबरदस्त गेंदबाज़ी करते हुए 24.4 ओवर में 83 रन देकर 5 विकेट झटके. यह उनके टेस्ट करियर का 14वां पाँच विकेट हॉल (5-fer) था. इस प्रदर्शन के साथ ही उन्होंने विदेशी धरती पर भारत के लिए सबसे ज़्यादा बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में भी संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल कर लिया है. बुमराह ने इंग्लैंड की पहली पारी में ज़ैक क्रॉली (4), बेन डकेट (62), जो रूट (28), क्रिस वोक्स (38) और जोश टंग (11) को पवेलियन की राह दिखाई. बुमराह की घातक गेंदबाज़ी की बदौलत इंग्लैंड की टीम 100.4 ओवर में 465 रन पर ऑलआउट हो गई और भारत को पहली पारी में 6 रनों की मामूली बढ़त मिली.

इसके साथ ही बुमराह ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में भी सबसे ज़्यादा पांच विकेट हॉल (11 बार) लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. वह अब WTC में सबसे ज़्यादा बार पारी में 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं. जसप्रीत बुमराह का यह प्रदर्शन दिखाता है कि क्यों उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ों में गिना जाता है. विदेशी परिस्थितियों में लगातार सफल रहना, खासकर SENA देशों में, एक तेज़ गेंदबाज़ के कौशल और मानसिक मज़बूती का प्रमाण है.