Ind vs WI: रोस्टन चेज और कप्तान जेसन होल्डर के संघर्ष से संभली वेस्टइंडीज

सीरीज को बराबरी पर लाने की कोशिश में लगी वेस्टइंडीज की टीम यहां राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में भारत के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी में ढेर होती दिख रही थी

टीम इंडिया (Photo Credit-PTI)

हैदराबाद: सीरीज को बराबरी पर लाने की कोशिश में लगी वेस्टइंडीज की टीम यहां राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में भारत के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी में ढेर होती दिख रही थी, लेकिन रोस्टन चेज (नाबाद 98) और कप्तान जेसन होल्डर (52) ने उसे खराब स्थिति से निकालकर अपेक्षाकृत अच्छी हालत में पहुंचा दिया. इन दोनों के बीच छठे विकेट के लिए हुई 104 रनों की साझेदारी के दम पर विंडीज दिन का अंत सात विकेट के नुकसान पर 295 रनों के साथ करने में सफल रही.

अपने चौथे टेस्ट शतक से महज दो रन दूर चेज ने पहले दिन 174 गेंदों का सामना किया और सात चौकों के अलावा एक छक्का भी लगाया. उनके ऊपर दूसरे दिन टीम को आगे ले जाने और एक सम्मानजनक स्कोर दिलाने की जिम्मेदारी होगी. चेज के साथ देवेंद्र बिशू 15 गेंदों में दो रन बनाकर नाबाद लौटे. पहले और दूसरे सत्र में तीन-तीन विकेट खोने वाली वेस्टइंडीज की टीम ने दिन के तीसरे सत्र में होल्डर के रूप में एकमात्र विकेट खोया. तीसरे सत्र में चेज और होल्डर ने भारतीय गेंदबाजों को संभल कर खेला और विकेट पर पैर जमाते हुए अपनी टीम को जल्दी पवेलियन लौटने से बचा लिया.

इन दोनों के बीच शतकीय साझेदारी तब आई जब विंडीज ने अपने छह विकेट सिर्फ 182 के कुल स्कोर पर खो दिए थे. भारतीय गेंदबाज, खासकर कुलदीप यादव अपनी फिरकी से परेशानियां खड़ी कर रहे थे. लेकिन, इन दोनों बल्लेबाजों ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की और विकेट से मिल रही मदद का फायदा उठाते हुए डटे रहे. दिन का खेल खत्म होने से कुछ देर पहले गेंदबाजी में बदलाव कर लाए गए उमेश यादव की एक शॉर्ट गेंद पर होल्डर पुल करने गए और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों में चली गई. इस तरह विंडीज को सातवां झटका लगा. कप्तान ने अपनी पारी में 92 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.

इससे पहले, होल्डर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. दिन के पहले सत्र में विंडीज को अच्छी शुरुआत मिलती दिख रही थी. क्रैग ब्रैथवेट (14) और केरन पावेल (22) की सलामी जोड़ी ने टीम के खाते में 32 रन डाल दिए थे, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने पावेल को आउट कर इस जोड़ी को ज्यादा आगे नहीं जाने दिया. 20 रन बाद ब्रैथवेट, कुलदीप की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए. पहला सत्र खत्म होने से कुछ देर पहले शाई होप (36) को उमेश ने अपना शिकार बनाया. विंडीज दूसरे सत्र में भी नहीं संभल पाई. दूसरे सत्र में कुलदीप ने शेमरोन हेटमायेर (12) को पवेलियन की राह दिखाई. सुनील अम्ब्रीस (18) को आउट कर कुलदीप ने अपनी तीसरी सफलता अर्जित की. उनका विकेट 113 के कुल स्कोर पर गिरा.

यहां से चेज और शेन डॉवरिच (30) ने टीम को संभालने की कोशिश करते हुए छठे विकेट के लिए 69 रन जोड़े. इस जोड़ी के लिए सब कुछ सही जा रहा था, लेकिन कोहली ने उमेश को वापस बुलाया जिन्होंने डॉवरिच को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा. भारत के लिए कुलदीप और उमेश ने पहले दिन तीन-तीन विकेट लिए. रविचंद्रन अश्विन के हिस्से एक विकेट आया. अपना पहला मैच खेल रहे शार्दूल ठाकुर 1.4 ओवरों में ही चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए. उनकी चोट का स्कैन कराया गया है और इसके नतीजे के बाद उनके आगे खेलने पर फैसला लिया जाएगा.

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