लंदन, 29 मई: भारतीय क्रिकेट टीम को आगामी इंग्लैंड दौरे पर साउथम्टपन में आइसोलेशन के दौरान धीरे-धीरे अपनी ट्रेनिंग का दायरा बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी. भारत को 18 जून से साउथम्टपन में न्यूजीलैंड के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है. आईसीसी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. भारतीय टीम दो जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी, जहां वो करीब तीन महीने और 15 दिन रहेगी. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद भारत को इंग्लैंड के साथ ही चार अगस्त से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलना है.
आईसीसी ने एक बयान में कहा, " इंग्लैंड का दौरा करने से पहले टीम को भारत में 14 दिनों तक क्वारंटीन में रहना होगा, जहां प्रतिदिन उसके खिलाड़ियों का टेस्ट होगा. रवाना होने के बाद वे सीधे हैम्पाशायर बॉउल के होटल जाएंगे और वहां पर फिर से उनका टेस्ट किया जाएगा. इसके बाद वे आइसोलेशन में रहेंगे." क्रिकेट की शीर्ष संस्था ने आगे कहा, " आइसोलेशन के दौरान नियमित आधार पर खिलाड़ियों का टेस्ट किया जाएगा. प्रत्येक राउंड की टेस्ट में निगेटिव पाए जाने के बाद बायो बबल के खिलाड़ियों को धीरे-धीरे ट्रेनिंग का दायरा बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी."
यह भी पढ़ें- अब शायद ही देश के इन 3 दिग्गज खिलाड़ियों की टीम इंडिया में हो सकती है वापसी
न्यूजीलैंड की टीम पहले से ही इंग्लैंड पहुंची हुई है, जहां उसे इंग्लैंड के साथ दो जून से दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलना है. इसके बाद वह बायो सिक्योर बबल में जाएगी और फिर टेस्ट के बाद अपनी ट्रेनिंग शुरू करेगी.
आईसीसी ने साथ ही यह भी कहा कि बिना किसी बाधा के डब्ल्यूटीसी फाइनल का आयोजन किया जाएगा ब्रिटेन की सरकार ने इस चैंपियनशिप के आयोजन को अपनी मंजूरी दे दी है. इंग्लैंड रवाना होते समय भारतीय खिलाड़ियों को निगेटिव टेस्ट साथ लेकर जाना होगा.