IND vs SA 3rd Test: सीरीज हारने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने दिया बड़ा बयान, यहां पढ़ें पूरी खबर
कप्तान विराट कोहली (Photo Credits: Twitter/BCCI)

केपटाउन: भारत (India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने शुक्रवार को कहा कि उनका पहला मैच जीतना शानदार रहा, लेकिन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज 2-1 से जीत ली. उन्होंने सीरीज हारने के लिए बल्लेबाजी क्रम में खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया. सेंचुरियन में 113 रनों से पहला टेस्ट जीतने के बाद, भारत ने अगले दो मैच सात विकेट के समान अंतर से गंवाए और दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली श्रृंखला जीतने का मौका गंवा दिया. IND vs SA 3rd Test Day 4: तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को 7 विकेट से हराया, सीरीज पर 2-1 से किया कब्जा

कोहली ने कहा, "यह हर खिलाड़ी के लिए कड़ी मेहनत वाली सीरीज थी. पहला मैच जीतने के बाद साउथ अफ्रीका ने आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया. दोनों टेस्ट में उन्होंने जीत हासिल की, वे संकट के क्षणों में गेंद के साथ बेहतर थे. एकाग्रता की कमी के कारण हमने कई मौके गंवा दिए और उन्होंने उन क्षणों में ही बेहतर प्रदर्शन किया, जिससे वह जीत गए."

कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में सीरीज हारने के मुख्य कारणों में से एक के रूप में बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया.

उन्होंने कहा, "बल्लेबाजी में बेहतर न करने के कारण हम सीरीज में पीछे रहे. इसके अलावा किसी और बारे में नहीं कह सकता, क्योंकि लोग उनकी ऊंचाई, गति और उछाल के बारे में बात करते हैं, जो सभी मैचों में वे विकेटों से अधिक लाभ प्राप्त करने में सक्षम थे."

उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने हमें गलतियां करने के लिए काफी देर तक दबाव डाला. यह उनके लिए परिस्थितियों की समझ है जिसे वे अच्छी तरह से जानते हैं. हमें अपनी बल्लेबाजी बेहतर करना होगा, क्योंकि इस तरह से ऑलआउट होना सही नहीं है."

कप्तान ने कहा, "जाहिर है कि हम बहुत निराश हैं. हम एक टीम के रूप में अच्छा करने के बार में सोचते हैं. लोग हमसे दक्षिण अफ्रीका को हराने की उम्मीद कर रहे थे कि हम उन्हें हरा देंगे. लेकिन हमने ऐसा नहीं किया है, यह वास्तविकता है. इसे स्वीकार करें. सीरीज जीतने का श्रेय मेजबान टीम को जाता है."

कोहली ने कड़ी मेहनत वाली सीरीज में सकारात्मकता के बारे में बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि केएल राहुल ने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में जिस तरह से बल्लेबाजी की, वह काबिले तारीफ था. मयंक कुछ मौकों पर फंस गए, क्योंकि विरोधी टीम ने अच्छी गेंदबाजी की थी और मध्य क्रम में ऋषभ पंत की पारी विशेष थी. सेंचुरियन में पहली बार जीतना भी विशेष रहा. यहां से सकारात्मक चीजें सीखें और आगे बढ़ें. साथ ही बेहतर क्रिकेटरों के रूप में वापसी करें."