इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीगों में खेलने से रोकने के बाद करीब 40-50 स्टार इंग्लैंड क्रिकेटरों ने 2025 के 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की धमकी दी है. ईसीबी ने हाल ही में अपने राष्ट्रीय खिलाड़ियों पर उन विदेशी लीगों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनका कार्यक्रम इंग्लैंड के घरेलू सत्र से टकराता है. हालांकि, भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) को इस प्रतिबंध से बाहर रखा गया है. ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम खेल की अखंडता की रक्षा करने के लिए उठाया गया है. रिचर्ड ने आगे कहा कि इस फैसले से खिलाड़ियों और अन्य देशों को उनके द्वारा जारी किए जाने वाले नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट्स (एनओसी) के संबंध में स्पष्टता मिलेगी. यह भी पढ़ें: इंग्लैंड ने पाकिस्तान को दिया तगड़ा झटका, PSL समेत अन्य लीगों में इंग्लिश खिलाड़ियों को खेलने पर लगाया बैन, IPL में हिस्सा लेने की अनुमति
इस निर्णय के बावजूद आईपीएल को इस प्रतिबंध से बाहर रखा गया है. उल्लेखनीय है कि आईपीएल 2025 के मेगा नीलामी में 10 से अधिक इंग्लैंड क्रिकेटरों को खरीदा गया था, जिनमें जोस बटलर, जोफ्रा आर्चर और लियाम लिविंगस्टोन जैसे प्रमुख खिलाड़ी शामिल हैं.
इंग्लैंड क्रिकेटरों की 2025 के 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट के बहिष्कार की धमकी
'द टेलीग्राफ' के एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 50 इंग्लैंड क्रिकेटरों ने अगले साल 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट का बहिष्कार करने की धमकी दी है, जो कि ईसीबी के विदेशी टी20 लीगों में खेलने पर लगाए गए नए प्रतिबंध के बाद हुआ है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इस हफ्ते खिलाड़ियों और उनके एजेंटों के बीच प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (PCA) के साथ कई बैठकें हुईं, और सोमवार को करीब 50 क्रिकेटरों ने इस बैठक में भाग लिया, जबकि बुधवार को एजेंटों ने पीसीए सदस्यों से मुलाकात की.
रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ियों ने अगले साल 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट के बारे में एक सामूहिक रुख अपनाने पर चर्चा की है। इस समूह में इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी भी शामिल हैं.
ईसीबी द्वारा 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट के पुरुष वर्ग के लिए वेतन में वृद्धि का ऐलान किया जा सकता है, जो करीब £175,000 होने की संभावना है. 'द टेलीग्राफ' के एक स्रोत ने कहा, "सिद्धांत रूप में, यह एक मजबूत रुख है जो भावना की ताकत को दर्शाता है. सवाल यह है कि क्या कुछ खिलाड़ी अपनी स्थिति बदलते हैं, क्योंकि पैसा बोलता है और इसका डोमिनो प्रभाव हो सकता है." हालांकि, पीसीए के जरिए औद्योगिक कार्रवाई की संभावना काफी कम है, क्योंकि इसके लिए सदस्यता के बीच बहुमत वोट की आवश्यकता होती है.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के सदस्यों द्वारा इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन यह विकास क्रिकेट जगत में एक बड़ा मुद्दा बन गया है. इस मामले का असर इंग्लैंड के क्रिकेटर्स के भविष्य के फैसलों पर पड़ सकता है, और यह देखना होगा कि आगे चलकर 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट का क्या हाल होता है.