देश की बेटी अरुणिमा सिन्हा ने माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच माउंट विंसन का माथा चूम रचा इतिहास, प्रधानमंत्री ने दी बधाई

उत्तर प्रदेश की शान डॉक्टर अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) ने गुरुवार को माइनस 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच 12 बजकर 27 मिनट पर अंटार्कटिका के सबसे ऊंचे शिखर माउंट विंसन (Vinson Massif) का माथा चूम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.

डॉक्टर अरुणिमा सिन्हा (Photo Credit: Twitter)

देश की शान डॉक्टर अरुणिमा सिन्हा (Arunima Sinha) ने गुरुवार को माइनस 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच 12 बजकर 27 मिनट पर अंटार्कटिका के सबसे ऊंचे शिखर माउंट विंसन (Vinson Massif) का माथा चूम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. जी हां उत्तर प्रदेश के इस बेटी ने तेज बर्फीले तूफानों के बीच ऑक्सिजन के सहारे जिंदगी और मौत के बीच चलती जद्दोजहद, के बीच यह कारनामा कर दिखाया. बता दें कि ऐसा अविश्वसनीय कारनामा करने वाली वह दुनिया की पहली महिला दिव्यांग पर्वतारोही बन गई हैं. ज्ञात हो कि अरुणिमा का एक पैर कृत्रिम है.

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अरुणिमा को बधाई देते हुए ट्वीट किया, 'अरुणिमा सिन्हा को सफलता का नया शिखर छूने के लिए बधाई. वह भारत की गौरव हैं, जिन्होंने अपने कठिन परिश्रम और दृढ़ता की बदौलत यह मुकाम हासिल किया है. भविष्य में उनके प्रयासों के लिए मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.'

बता दें कि अरुणिमा ने गुरुवार को ट्विटर पर ट्विट करते हुए इस उपलब्धि के बार में बताया था. उन्होंने कहा- हमें आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि विश्व रेकॉर्ड बन चुका है.' अरुणिमा इससे पहले भी एक कृत्रिम पैर के सहारे एवरेस्ट फतह करने वाली दुनिया की एकमात्र महिला हैं. यही नहीं वह किलिमंजारो (अफ्रीका), एल्ब्रुस (रूस), कास्टेन पिरामिड (इंडोनेशिया), किजाश्को आदि पर भी जा चुकी है.

अरुणिमा सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से उत्साहवर्धन के लिए आभार जताते हुए ट्वीट में लिखा, 'जब देश के प्रधान सेवक इतने समर्पित हैं तो बतौर नागरिक हमें भी अपने-अपने क्षेत्रों में देश का नाम नई ऊंचाई पर ले जाने का सपना देखना चाहिए. भारतीय खिलाड़ियों की ओर से हम उनके लिए बनाई जाने वाली नीतियों और सम्मान के लिए आभार जताते हैं. जय हिंद.'

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