Stop Pooja-Archana During Court Programs: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अभय एस ओका ने अदालती कार्यक्रमों के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों से बचने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कानूनी पेशेवरों को डा. बाबासाहेब अंबेडकर की मानसिकता को अपनाना चाहिए. हमें न्यायपालिका से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में पूजा-अर्चना की बजाय, संविधान को नमन कर उसकी प्रस्तावना रखनी चाहिए. दरअसल, 4 मार्च को जस्टिस अभय एस ओका को पुणे जिला अदालत की नई इमारतों के उद्घाटन समारोह में बुलाया गया था. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के जज भूषण आर गवई और अभय ओका ने सभा को संबोधित किया था. अपने संबोधन में जस्टिस अभय एस ओका ने संविधान के प्रति श्रद्धा रखते हुए कार्य करने के महत्व पर जोर दिया.
ट्वीट देखें:
Stop pooja-archana during court programs, bow down to Constitution instead: Justice Abhay S Okahttps://t.co/50Ecglvpx8
— Bar & Bench (@barandbench) March 6, 2024
(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)