Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते जोशीमठ-औली को जोड़ने वाली रोप वे के प्लैटफ़ॉर्म में दरार आई. रोपवे मैनेजर दिनेश भट्ट ने बताया, “यह दरारें कल से आई हैं और इससे खतरा बना हुआ है. हमने एहतियात के तौर पर रोपवे बंद किया है. रोपवे अगले आदेश तक बंद है.”
जोशीमठ से औली तक इस रोपवे की दूरी करीब चार किमी है, जिसमें 10 टावर लगे हैं. रोपवे से जोशीमठ से औली पहुंचने में 15 मिनट का समय लगता है. औली जाने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद रोपवे ही रहता है.
जोशीमठ-औली रोपवे के फ़ाउण्डेशन के आसपास भी चौड़ी दरारें। #savejoshimath #joshimathsinking pic.twitter.com/0SI8Z7bbRE
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) January 14, 2023
जोशीमठ भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र का पर्यावरण एवं जलवायु वैज्ञानिकों की टीम ने निरीक्षण किया. वैज्ञानिक डॉ. जेसी कुनियाल ने कहा "हम पर्यावरण और पारिस्थितिक आकलन करेंगे और यहां पानी की गुणवत्ता का भी आकलन करेंगे. हमारी 4-5 टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में इस पर काम कर रही हैं. जिन घरों में दरारें आई हैं, उनकी स्थिति अच्छी नहीं है. सरकार ने पहले ही उन लोगों का पुनर्वास कर दिया है. हम देख रहे हैं कि क्या भूमि के और धंसने की संभावना है या क्या भूमि को उसकी मूल स्थिति में बहाल किया जा सकता है. यह हमारे लिए चुनौती की बात है.
Condition of houses where cracks have appeared isn't good. Govt has already rehabilitated those people. We're seeing if there's a possibility of more land subsidence or if the land can be restored to its original state. It's a matter of challenge for us: Dr JC Kuniyal, Scientist pic.twitter.com/j4LuANBW0j
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2023
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