Dance Video Viral: बदायूं मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल और स्टाफ के डांस और शराब पार्टी का वीडियो वायरल, सांसद ने उठाए सवाल
बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में डांस और शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया है. वीडियो में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एनसी प्रजापति भी मौजूद हैं, जो महिलाओं को डांस के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
बदायूं, 26 जुलाई: बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में डांस और शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया है. इस वीडियो में पुरुष और उनकी पत्नियां, महिला डॉक्टर और छात्र डांस करते हुए और शराब का सेवन करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एनसी प्रजापति भी मौजूद हैं, जो महिलाओं को डांस के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
वीडियो ने मचाया हड़कंप
इस वीडियो के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद आदित्य यादव ने इस मामले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बदायूं के जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. सांसद यादव ने कहा कि मेडिकल कॉलेज का प्रशासन पूरी तरह फेल हो चुका है और ऐसे कृत्यों के कारण कॉलेज की स्थिति सवालों के घेरे में आ गई है.
प्रिंसिपल का बचाव
इस मामले पर प्रिंसिपल डॉ. एनसी प्रजापति ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि यह कार्यक्रम एक डॉक्टर के बच्चे के जन्मदिन पर आयोजित किया गया था और यह कॉलेज परिसर में नहीं, बल्कि डॉक्टर के आवास पर हुआ था. उन्होंने इसे एक व्यक्तिगत कार्यक्रम बताते हुए कहा कि इसमें आरोप लगाना उचित नहीं है. उनका कहना है कि वीडियो वायरल करने वालों का मकसद कॉलेज और उनकी छवि को धूमिल करना है.
विवाद की जड़
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में पुरुष डॉक्टरों के हाथों में बीयर की बोतलें और शराब के पैक्स साफ नजर आ रहे हैं. वीडियो में डांस और शराब पार्टी की दृश्यता ने जनता में नाराजगी पैदा कर दी है. लोगों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज जैसे प्रतिष्ठान में इस तरह की गतिविधियां बेहद अनुचित हैं और इससे संस्थान की गरिमा पर असर पड़ता है.
राजनीतिक प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के सांसद आदित्य यादव ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्रशासन की असफलता के कारण इस तरह के कृत्य हो रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने कॉलेज प्रशासन और डॉक्टरों की कड़ी आलोचना की है. लोग इस घटना को कॉलेज की प्रतिष्ठा के खिलाफ बता रहे हैं और इस पर सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.
यह मामला अब मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है और देखना होगा कि इसके बाद क्या कार्रवाई होती है. मेडिकल कॉलेज जैसे महत्वपूर्ण संस्थान में इस तरह की घटनाएं न सिर्फ संस्थान की छवि को धूमिल करती हैं, बल्कि समाज में एक गलत संदेश भी देती हैं.