Shocking! फर्रुखाबाद में सर्पदंश से मर चुकी महिला को फिर से जिंदा करने के लिए अंधविश्वास का सहारा, ग्रामीण ले गए तांत्रिक के पास

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कैमगंज कोतवाली थाना क्षेत्र में एक गांव से चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां सर्पदंश से महिला की मौत हो गई, लेकिन उसे फिर से जिंदा करने के लिए अंधविश्वास का सहारा लेते हुए उसके परिजन और ग्रामीण उसे तांत्रिक के पास ले गए.

सांप/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले के कैमगंज कोतवाली थाना (Kaimganj Kotwali Police Station) क्षेत्र में एक गांव से चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां सर्पदंश (Snakebite) से महिला की मौत हो गई, लेकिन उसे फिर से जिंदा करने के लिए अंधविश्वास का सहारा लेते हुए उसके परिजन और ग्रामीण उसे तांत्रिक (Occultists) के पास ले गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैमगंज कोतवाली क्षेत्र के छत्रल गांव निवासी संगीता उर्फ प्रियंका को बुधवार सुबह उसके घर में सांप (Snake) ने काट लिया था. मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस का कहना है कि जब महिला बेहोश हो गई तो उसके परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला को लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

डॉक्टरों द्वारा महिला को मृत घोषित किए जाने के बावजूद उसके परिजन यह मानने को तैयार नहीं हुए कि महिला मर चुकी है. बाद में वे मृत महिला को एटा जिले के अलीगंज शहर में एक तांत्रिक के पास ले गए, जहां तांत्रिक ने कुछ अनुठान करने के बाद दावा किया कि मृत महिला 24 घंटे में फिर से जिंदा हो जाएगी, फिर परिवार के सदस्यों को शव घर वापस ले जाने के लिए कहा. बताया जा रहा है कि अनुष्ठान के 24 घंटे बाद भी जब कोई चमत्कार नहीं हुआ तो परिजन उसे शमशाबाद क्षेत्र के ढाई घाट के पास एक गांव में दूसरे तांत्रिक के पास ले गए. यह भी पढ़ें: बलिया में सर्पदंश की अलग-अलग घटनाओं में नाबालिग लड़की समेत दो की मौत

पुलिस के अनुसार, वहां भी तांत्रिक महिला को फिर से जीवित करने में विफल रहा तो परिजन उसके शव को घर ले आए. संर्पदंश से मरी महिला के मामा पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं और कथित तौर पर टोना-टोटका करते थे, इसलिए महिला के परिजनों ने फोन पर उससे सलाह ली और शव के चारों ओर कपड़े बांधकर एक और अनुष्ठान किया, बावजूद इसके महिला जिंदा न हो सकी. इसके बाद उन्होंने महिला को मृत मान लिया और मुआवजा पाने के लिए महिला के पोस्टमार्टम करने की सूचना पुलिस को दी. मौत के करीब 32 घंटे बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया.

पुलिस के मुताबिक, गांव के लोग अंधविश्वासी हैं, क्योंकि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. सांप के काटने पर लोग पीड़ित को डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर उसे तांत्रिक के पाल ले जाते हैं और पीड़ित के जान को जोखिम में डाल देते हैं. पुलिस का कहना है कि इस हैरान करने वाले मामले में हमनें पीड़ित के परिवार के सदस्यों को जागरुक करने की कोशिश की है.

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