अपने बच्चे की मौत का मां हथिनी को लगा गहरा सदमा, शव को लेकर यहां वहां भटकती आई नजर, भावुक कर देगा यह Viral Video
वायरल हो रहे वीडियो में अपने बच्चे की मौत का मां हथिनी को इस कदर गहरा सदमा लगता है कि वो उसकी मौत को स्वीकार नहीं कर पा रही है और उसके शव को लेकर यहां वहां घूमती दिखाई दे रही है. इस वीडियो को देख लोग भावुक हो रहे हैं और उनका दिल पसीज रहा है.
Mother Elephant Viral Video: संतान के लिए मां की ममता और उसके बलिदान से जुड़े कई भावुक करने वाले वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. इन वीडियोज में अपने बच्चे के लिए एक मां को जान की बाजी लगाते हुए देखा जाता है. इसी कड़ी में एक दिल छू लेने वाला वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल (Viral Video) हो रहा है, जो लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. वायरल हो रहे वीडियो में अपने बच्चे की मौत का मां हथिनी (Mother Elephant) को इस कदर गहरा सदमा लगता है कि वो उसकी मौत को स्वीकार नहीं कर पा रही है और उसके शव को लेकर यहां वहां घूमती दिखाई दे रही है. इस वीडियो को देख लोग भावुक हो रहे हैं और उनका दिल पसीज रहा है.
एडीएफओ श्री जयंत मंडल ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया था, जिसे भारतीय वन सेवा अधिकारी परवीन कासवान ने एक्स पर शेयर किया है. इस वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन लिखा है- मां हथिनी अपने बछड़े की मौत को समझ नहीं पा रही है. वह शरीर को कुछ समय तक, कई दिनों तक घसीटती रही. वे हमारे जैसे ही हैं, वे बहुत मानवीय हैं, यह हमारा पहला ऐसा मामला नही हैं, इसे एडीएफओ श्री जंयत मंडल द्वारा फिल्माया गया है. यह भी पढ़ें: मगरमच्छ को पानी के गड्ढे से निकालने के लिए पैर पटकने लगी हथिनी, शिकारी से ऐसे की अपने बच्चे की रक्षा (Watch Viral Video)
बच्चे के शव को लेकर यहां वहां घूमती मां हथिनी
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि अपने बछड़े की मृत्यु को समझने में असमर्थ, दुखी हथिनी अपने बच्चे के निर्जीव शरीर को घसीटती हुई दिखाई दे रही है. उसकी हर हरकत उसके नुकसान के दर्द का प्रमाण है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो वो कई दिनों तक शव के साथ रही और शव को छोड़ नहीं रही थी.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा है- एक मां का अपने बच्चे के लिए जो प्यार होता है, उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. वहीं दूसरे यूजर ने लिखा है- एक हथिनी मां का अपने बछड़े को दुःखी करना उनकी भावनात्मक गहराई और मजबूत बंधन को दर्शाता है. बहरहाल, इस घटना को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि इंसानों की तरह जानवर भी गहरे शोक और दुख से गुजरते हैं.