तमिलनाडु: पानी में कदम रखने से मंत्री अनीता राधाकृष्णन ने किया इनकार तो मछुआरों ने उन्हें अपने कंधे पर उठाया (Watch Video)

तमिलनाडु के मंत्री अनीता राधाकृष्णन वैसे तो मछुआरों की शिकायत पर समुद्री कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और नाव में सवार होकर निरीक्षण भी किया, लेकिन जब नाव किनारे पर आई तो उन्होंने जूते भीग जाने के डर से पानी में कदम रखने से ही इनकार कर दिया, जिसके बाद मछुआरे उन्हें अपने कंधे पर उठाकर सूखी जमीन पर ले गए.

अनीता राधाकृष्णन (Photo Credits: ANI)

तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मंत्री अनीता राधाकृष्णन (Anitha Radhakrishnan) वैसे तो मछुआरों (Fishermen) की शिकायत पर समुद्री कटाव (Complained of Erosion) का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और नाव में सवार होकर निरीक्षण भी किया, लेकिन जब नाव किनारे पर आई तो उन्होंने जूते भीग जाने के डर से पानी में कदम रखने से ही इनकार कर दिया. नाव से न उतर पाने की उनकी झिझक को देखकर मछुआरे उन्हें अपने कंधे पर उठाकर सूखी जमीन पर ले गए. हालांकि इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के सामने आने के बाद मंत्री जी की किरकिरी हो रही है और लोग मंत्रियों के वीआईपी कल्चर को लेकर सवाल कर रहे हैं.

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु के मंत्री अनीता राधाकृष्णन थिरुवल्लूर जिले में एक निरीक्षण के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने पानी में कदम रखने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मछुआरे उन्हें कंधे पर उठाकर ले गए. दरअसल, मछुआरों ने समुद्री कटाव की शिकायत की थी, जिसके बाद मंत्री जी वहां निरीक्षण के लिए पहुंचे थे, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें अब आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

देखें वीडियो-

हालांकि इस मसले पर मंत्री अनीता राधाकृष्णन की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. बता दें कि 68 वर्षीय द्रमुक मंत्री अनीता आर राधाकृष्णन साल 2001 और साल 2006 में अन्नाद्रमुक के टिकट पर तिरुचेंदुर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे. बताया जाता है कि बाद में वो द्रमुक में शामिल हो गए और साल 2009 के उप चुनाव के अलावा साल 2011, 2016 और साल 2021 में इसी सीट से जीत हासिल की.

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