Fact Check: 'Remdesivir' इंजेक्शन 'COVIPRI' के नाम से बेचा जा रहा है? वायरल न्यूज का जानें सच
देश में कोविड 19 संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है. अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नागरिकों की चिंता बढ़ा रही हैं. रेमेडिसविर इंजेक्शन देशभर में चर्चा में है. इस गंभीर स्थिति में भी देश में रेमेडिसवीर इंजेक्शनों की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शनों की बिक्री लगातार बढ़ती जा रही है.
देश में कोविड 19 संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी असर पड़ रहा है. अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं नागरिकों की चिंता बढ़ा रही हैं. रेमेडिसविर इंजेक्शन देशभर में चर्चा में है. इस गंभीर स्थिति में भी देश में रेमेडिसवीर इंजेक्शनों की कालाबाजारी और नकली इंजेक्शनों की बिक्री लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक न्यूज तेजी से वायरल हो रही है, जो दावा कर रही है कि 'COVIPRI' नाम से रेमेडिसविर इंजेक्शन मार्केट में बेची जा रही है. यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस पोस्ट में दावा किया गया है कि कोविप्री नाम से रेमेडिसविर इंजेक्शन मिल रही है. जिसका इस्तेमाल इलाज के लिए किया जा रहा है. यह भी पढ़ें: Remadecevir Black Marketing: यूपी में रेमडेसिविर की कालाबाजारी, केजीएमयू-लॉरी और क्वीनमेरी से 10 मेडकिल स्टाफ गिरफ्तार
पीआईबी ने वायरल मैसेज की जांच की और इसके पीछे की सच्चाई का खुलासा किया. पीआईबी ने कहा है कि यह मैसेज फर्जी है क्योंकि उसे COVIPRI के नाम से कोई इंजेक्शन नहीं मिल रहा है. इसके अलावा ऐसी दवाएं न खरीदें, नकली दवाओं और इंजेक्शन से सावधान रहें.
देखें पोस्ट:
इससे पहले सोशल मीडिया के जरिए कोरोना वायरस महामारी के बारे में कई अफवाहें फैलाई जा चुकी हैं. इसलिए हमारी लोगों से अपील है कि बिना तथ्यों की जांच किए किसी भी संदेश पर विश्वास न करें. इस बीच PIB Fact Check कई नकली संदेशों के पीछे की सच्चाई को उजागर करके नागरिकों को सचेत करने के लिए लगातार काम कर रहा है.