महाराष्ट्र : 25 उर्दू स्कूलों ने रूबेला वायरस का टीका लगाने से किया इनकार
रूबेला वायरस को लेकर समाज में तरह-तरह की बातें सुनने में आरही रही है. इन्ही अफवाहों की वजह से महाराष्ट्र के बुलढाणा में कुछ लोगों ने गोवर रूबेला का टीका लगवाने से मना कर दिया है...
रूबेला वायरस को लेकर समाज में तरह-तरह की बातें सुनने में आरही रही है. इन्ही अफवाहों की वजह से महाराष्ट्र के बुलढाणा में कुछ लोगों ने गोवर रूबेला का टीका लगवाने से मना कर दिया है. 25 से ज्यादा उर्दू विद्यालयों टीका लगवाने से मना कर दिया है. कहा जा रहा है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने अपने बच्चों को टीका लगवाने से लिखित में इनकार कर दिया है.
आपको बता दें कि गोवर रूबेला एक जानलेवा बीमारी है, इस बीमारी को रोकने के लिए टीका लगवाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : जानें जानलेवा रूबेला वायरस का कारण और उससे बचने के तरीके
सभी राज्यों के स्कूलों में बच्चों को मुफ़्त में गोवर रूबेला का टीका लगवाया जा रहा है.
इस बीमारी में बच्चों के शरीर पर लाल रंग के धब्बे पड़ जाते है. गोवर रूबेला से औसतन हर साल आठ से दस हजार लोगों की मौत हो जाती है. ये मौत का आंकड़ा पूरे देश में पचास हजार है. इसिलिए रूबेला बीमारी को रोकने के लिए पूरे देश में मुहीम चलाई जा रही है. और ज्यादा से ज्यादा बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है. बच्चों में जन्मजात विसंगति रोकने के लिए यह टीके लगाए जाते हैं. राज्य सरकार के साथ मिलकर भारत सरकार भी टीकाकरण का काम करती है.