Guruwar Ke Upay: कुंडली में कमजोर है बृहस्पति? अपनाएं ये आसान उपाय! चमक सकती है किस्मत!
कुंडली में बृहस्पति के कमजोर होने से जातक के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, यही नहीं कभी-कभी यह जातक के जीवन में दुर्भाग्य के बादल भी ला सकता है.
कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो तो अशिक्षा, विवाह में विलंब, अपमान, आर्थिक समस्याएं परेशान करती हैं, इनके समाधान स्वरूप देखें कुछ आसान उपाय. बृहस्पति, जिसे गुरु या बृहस्पति ग्रह भी कहा जाता है, ज्योतिष शास्त्र में विद्या और ज्ञान का ग्रह माना जाता है. किसी की कुंडली में अगर यह अनुकूल स्थिति में हो तो अद्भुत सकारात्मक प्रभाव दिलवा सकता है.
सकारात्मक बृहस्पति तमाम हानिकारक ग्रहों को जातक से दूर रखता है. यही वजह है कि जिसकी कुंडली में बृहस्पति सशक्त स्थिति में होता है, वे लोग बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं. यद्यपि अपनी उदार प्रकृति के बावजूद, कभी-कभी बृहस्पति आपकी कुंडली में कमजोर स्थान में स्थिर हो जाता है, गुरु दोष की स्थिति बन जाती है. कुंडली में बृहस्पति के कमजोर होने से जातक के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, यही नहीं कभी-कभी यह जातक के जीवन में दुर्भाग्य के बादल भी ला सकता है. इसलिए ऐसी प्रतिकूल स्थिति के लिए तैयार रंहे कि कमजोर बृहस्पति के कारण आपको जीवन तमाम तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.
कुंडली में बृहस्पति कमजोर होने से होने वाली समस्याएं!
- जिस विद्यार्थी की कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है, उनमें ज्ञान का अभाव हो सकता है, उनका पढ़ने-लिखने में कम मन लगता है.
- कमजोर बृहस्पति के कारण समाज में जातक की छवि धूमिल हो सकती है
कमजोर बृहस्पति आपका अपमान कर सकता है
- कमजोर बृहस्पति वाले व्यक्ति पर अन्य कोई भी व्यक्ति आसानी से हावी हो सकता है.
- कमजोर बृहस्पति वाले व्यक्ति को अकसर पारिवारिक विवाद और वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
- कमजोर बृहस्पति की स्थिति में विवाह में भी देरी हो सकती है.
- वह जीवन में अस्थिरता का अनुभव कर सकता है.
क्या है समाधान?
उपरोक्त समस्याओं के अलावा भी कमजोर बृहस्पति वाले जातक को छोटी-बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि ऐसी स्थिति से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में ऐसी समस्याओं के सटीक समाधान भी हैं. आप कुछ उपाय करके अपनी कुंडली में कमजोर बृहस्पति को शक्तिशाली भी बना सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र में रत्नों के उपाय, पूजा-पाठ एवं अन्य आसान उपायों से कमजोर बृहस्पति ग्रह को सशक्त बनाया जा सकता है.
आइये जानें इस संदर्भ में क्या सुझाव बता रहे हैं आचार्य भागवत जी..
- गुरूवार के दिन मस्तक पर हल्दी अथवा नारंगी रंग का लेप लगा सकते हैं.
- शरीर के किसी अंग में स्वर्ण आभूषण पहनने से भी बृहस्पति ग्रह को मजबूत बनाया जा सकता है.
- बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते समय पीले रंग का वस्त्र पहनें.
- जब कोई शुभ या महत्वपूर्ण कार्य करने जा रहे हैं तो आठ दिन पहले से निरंतर किसी मंदिर में हल्दी का दान करें.
- गुरुवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं.
- गुरूवार का नियमित व्रत एवं केला के पेड़ की पूजा करने से भी बृहस्पति मजबूत होता है
- गुरूवार को व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो स्नान के पश्चात सर्वप्रथम विष्णु जी की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम का जाप करें.
- गुरूवार के दिन से प्रतिदिन स्नान के पश्चात 108 बार निम्न गुरु-मंत्र का जाप करें. समस्या का समाधान होने के बाद जाप समाप्त कर सकते हैं. ॐ ग्राम ग्रीम ग्रोम सः गुरवे नमः'
- अगर प्रत्येक माह को पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनें. तब भी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है.
- मास के शुक्लपक्ष के बृहस्पतिवार के दिन ढाई रत्ती का पुखराज सोने की अंगूठी में ढलवाकर तर्जनी में धारण करने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होते हैं. किसी भी प्रकार के आर्थिक संकट दूर होते हैं.
- जिनकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है, उसे शिवलिंग पर मक्खन का तेल अर्पित करना चाहिए, इससे ग्रह दोष मिटते हैं और इससे संबंधित सारे रुके हुए कार्य सम्पन्न होते हैं.