Pitru Paksha 2020: पितृपक्ष के दौरान सपने में पितरों के नजर आने का क्या हो सकता है मतलब? जानें इसके बारे में स्वप्न शास्त्र एवं शोध क्या कहता है
स्वप्न शास्त्र में सपनों के अलग-अलग मायने होते हैं. कभी-कभी हम अपने पित्तरों को भी सपने में देखते हैं, उनसे बातें करते हैं, उनके साथ कुछ वक्त बिताते हैं. अन्य सपनों की तरह पित्तरों के सपने भी कुछ दिनों बाद भूल जाते हैं, लेकिन श्राद्ध पखवारे में देखे गये ऐसे सपनों के पीछे कुछ अर्थ हो सकते हैं.
Pitru Paksha 2020: अक्सर हम रात में गहरी नींद सपने (Dreams) देखते हैं. ये सपने अच्छे भी होते हैं और बुरे भी. कुछ पारिवारिक, कुछ काल्पनिक, कुछ डरावने तो कुछ कल्पना से भी परे होते हैं. स्वप्न शास्त्र में इन सपनों के अलग-अलग मायने होते हैं. कभी-कभी हम अपने पित्तरों (Ancestor) को भी सपने में देखते हैं, उनसे बातें करते हैं, उनके साथ कुछ वक्त बिताते हैं. अन्य सपनों की तरह पित्तरों के सपने भी कुछ दिनों बाद भूल जाते हैं, लेकिन श्राद्ध पखवारे (Shradh Paksha) में देखे गये ऐसे सपनों के पीछे कुछ अर्थ हो सकते हैं. आइये जानें इस तरह के सपनों पर स्वप्न शास्त्र एवं शोध क्या कहता है..
2 सितंबर 2020 से श्राद्ध पखवारा शुरु हो चुका है, जो 17 सितंबर तक चलेगा. मान्यता है कि इन पंद्रह दिनों तक अगर हम पित्तरों का श्राद्ध एवं तर्पण करते हैं तो वे प्रसन्न होकर हमें आशीर्वाद देते हैं, लेकिन कभी-कभी इन दिनों हम पित्तरों को सपने में भी देखते हैं. पितृपक्ष में पित्तरों को देख हम दुविधा में पड़ जाते हैं कि अमुक सपनों में पित्तरों के आने के क्या कारण हो सकते हैं. स्वप्न शास्त्र के मुताबिक सपनों में पितरों को देखना, उनसे बातें करना आपकी जिंदगी से जुड़े कई तरह के संकेत देता है. मसलन आपके जीवन में क्या घटने वाला है.
अब ध्यान देने वाली बात यह है कि आपने सपने में देखा क्या है. अगर आपने सपने में अपने पित्तरों को प्रसन्न एवं जिंदगी से संतुष्ट अवस्था में देखा है तो इसका यह अर्थ भी हो सकता है कि आप पर और आपके परिवार से पित्तरों को कोई शिकायत नहीं है. वे आप सभी से प्रसन्न हैं और मान सकते हैं शीघ्र ही आपके घर में सुफल प्राप्त होनेवाले हैं, जो आपके लिए सुख एवं समृद्धि के संकेत हो सकते हैं.
अगर सपने में पित्तरों को घर के किसी शुभ आयोजन में देखते हैं और वे फल मिष्ठान आदि खा रहे हैं, तो यह भी आपके लिए शुभ संकेत हो सकते हैं, मसलन आपके घर किसी तरह की खुशी आनेवाली है, परिवार में नये सदस्य के आगमन का संकेत भी हो सकता है अथवा घर में शीघ्र ही कोई मांगलिक कार्यक्रम भी हो सकते हैं.
इसके विपरीत सपने में अगर पित्तर क्रोधित अथवा दुःखी दिखें तो संभवतया वे आपसे किसी कारण संतुष्ट नहीं हैं. ऐसे सपने शुभ संकेत वाले नहीं होते. यह पितृदोष का संकेत भी हो सकता है. ऐसी अवस्था में आप किसी ज्योतिष से सपने का जिक्र करते हुए उससे निराकरण का उपाय पूछ सकते हैं. पित्तर अपनी जीवित संतान को इस बात के लिए आगाह भी करने के लिये सपने में आते हैं. अगर ज्योतिष आप पर पितृदोष बताते हैं तो आपको अविलंब उसकी पूजा करवा लेनी चाहिए. इससे पित्तर प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद देते हैं, जिसका सुफल यह होता है कि आपके और आपके परिवार पर आया संकट दूर होता है. यह भी पढ़ें: Pitru Paksha 2020: पितृ-पूजा पर भी कोरोना का साया! सूनसान पड़ा है गया धाम! कैसे करें कोरोना में श्राद्ध
क्या कहता है शोध?
आध्यात्मिक शोध से पता चलता है कि प्रायः जिनकी मृत्यु किसी दुर्घटना में होती है, वे स्वाभाविक अथवा दीर्घकालीन रोगों से मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों की तुलना में सपने में ज्यादा नजर आते हैं. लगभग 70 से 75 प्रतिशत ऐसे मामलों में पित्तर आपसे मदद की अपेक्षा रखते हैं. उनके अनुसार आप ही उनकी समस्या का निदान कर सकते हैं और यह निदान उनका तर्पण, श्राद्ध, पिण्डदान करवाना होता है, क्योंकि उनकी आत्मा को अभी तक शांति नहीं मिली है.
कुछ सपने पित्तर के नाराज होने का संकेत भी देते हैं, जिसका निराकरण अति शीघ्र करवा लेना चाहिए. अगर एक ही तरह के सपने तीन बार आये तो यह इस बात का प्रतीक हो सकता है कि परिवार के मृत सदस्य सामान्यत: ऐसे सदस्यों से संपर्क करने का प्रयत्न करते हैं, जिनसे उन्हें अपेक्षा होती है कि वे उनके लिए कुछ करेंगे. शोध यह भी दर्शाता है कि दस प्रतिशत घटनाओं में अनिष्ट शक्तियां सपने में पूर्वजों का रूप धारण करके आती हैं.