Holi Ke Upay 2023: आर्थिक संकट हो या प्रेतबाधा! होली पर करें ये आसान उपाय! मिलेगी राहत!

होलिका-दहन जहां बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाई जाती है, वहीं रंगों की रंगों की होली भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है. होलिका दहन और होली का पर्व कुछ और विशेष बातों के लिए भी लोकप्रिय है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप किसी तरह की समस्याओं से गुजर रहे हैं तो इन दोनों दिन कुछ ऐसे उपाय करके अपनी सभी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. यहां कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताया जा रहा है.

धन हानि रोकने के लिए!

तमाम कोशिशों के बावजूद आर्थिक समस्या बनी हुई है अथवा कमाई की ज्यादा धनराशि बीमारी पर खर्च हो रही है तो होलिका-दहन के दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर अंगूठे और मध्यमा उंगली की मदद से गुलाल का छिड़काव करें, एवं दो मुखी घी की दीप प्रज्वलित कर माँ लक्ष्मी से धन हानि रोकने की कामना करें. दीपक के बुझने के बाद दीपक को होली की अग्नि में अर्पित करें. धनहानि पर नियंत्रण होगा और आय के नये स्त्रोत खुलेंगे.

होली के दिन दान करें!

किसी भी धर्म में दान का बहुत महत्व माना जाता है. जहां तक होली की बात है तो ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार इस दिन रंग शुरू होने से पहले गरीबों को रंग, पकवान, वस्त्र एवं धन का दान करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती है, और जातक पर उनकी विशेष कृपा बरसती है.

होलिका-दहन में जौ का आटा अर्पित करें!

अगर घर में अशांति चल रही है, आये दिन परिजनों के बीच विवाद एवं झगड़े हो रहे हैं तो इससे मुक्ति पाने के लिए होलिका दहन की रात अग्नि देव को समर्पित किये जाने वाली पूजा सामग्री में जौ का आटा अवश्य शामिल करें.

होलिका-दहन की राख को ऐसे रखें!

होली की सुबह उस स्थल पर जाएं, जहां एक रात पूर्व होलिका-दहन हुआ था, वहां की राख एक लाल कपड़े में लेकर इसमें श्रीयंत्र, चांदी के कुछ सिक्के एवं 5 पीली कौड़ी रखकर पोटली को बांधें. इस पोटली को घर में उस स्थान पर रखें, जहां आप अपना धन संग्रहित (तिजोरी) करते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से व्यवसाय जगत में आर्थिक समृद्धि होती है.

लक्ष्मी जी को खीर का भोग!

होलिका-दहन का पर्व पूर्णिमा की रात में मनाया जाता है. हिंदू धर्म शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार केसर और गाय के दूध में बनी खीर चंद्रोदय होने पर देवी लक्ष्मी को चढ़ाएं. अगले दिन सुबह खीर के एक हिस्सा किसी कुंवारी कन्या को खिलाने के पश्चात शेष खीर को प्रसाद के तौर पर परिवार को खिलाएं. ऐसा करने से लक्ष्मी जी की कृपा से सारे आर्थिक संकट दूर होते हैं.

होलिका-दहन के मंत्र!

होलिका-दहन के समय नारियल के साथ पान एवं सुपारी अग्नि को समर्पित करते हैं. इसके पश्चात अग्नि देव की 11 परिक्रमा करते समय निम्न मंत्र का जाप करें.

'ॐ कालिकायै नम:'

'ॐ नृसिंहाय नम:'

ॐ प्रहलादाय नम:'

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:

मान्यता है कि ऐसा करने से धन संबंधी समस्याएं खत्म होती है और आय के नये स्त्रोत खुलते हैं. नौकरी के लिए परेशान लोगों को नई नौकरी मिलती है.

सरसों तेल का दीप जलाएं!

अगर घर में किसी तरह की प्रेतबाधा अथवा नकारात्मक शक्तियां घर कर गई हैं तो होलिका-दहन की रात में चौमुखी दीपक में सरसों का तेल डालकर जलाएं. भगवान शिव का ध्यान कर इसे घर के मुख्यद्वार पर बाहर की ओर रखें. इससे तमाम तरह की बाधाओं से मुक्ति मिलती है.