रोजमर्रा की ये चीजें आपको बना सकती हैं कैंसर का मरीज, सोच-समझकर ही करें इनका इस्तेमाल
हमारे आसपास के वातावरण में कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं, जो हमें आंखों से दिखाई तो नहीं देती है, लेकिन हमारे लिए घातक साबित हो सकती हैं. वातावरण में मौजूद चीजों के अलावा हमारे घर में भी रोजमर्रा के उपयोग में आनेवाली कई ऐसी चीजें है जो कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं.
कैंसर (Cancer) एक जानलेवा बीमारी है जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है. हालांकि समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर इलाज कराने पर मरीज (Patient) की जान बचाई जा सकती है, लेकिन आमतौर पर कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms) तीसरे या चौथे स्टेज पर ही पता चलते हैं, तब तक यह बीमारी विकराल रूप ले चुकी होती है. दरअसल, हमारे आसपास के वातावरण में कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं, जो हमें आंखों से दिखाई तो नहीं देती हैं, लेकिन हमारे लिए घातक साबित हो सकती हैं. वातावरण में मौजूद चीजों के अलावा हमारे घर में भी रोजमर्रा के उपयोग में आनेवाली कई ऐसी चीजें है जो कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं.
दरअसल, हमारे घर में कई ऐसी चीजें है जिनका इस्तेमाल हम हर रोज करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में मौजूद कई चीजें कैंसर के खतरे को बढ़ा रही हैं. चलिए एक नजर डालते हैं कैंसर के जोखिम को बढ़ाने वाली चीजों (Cancer Causing Things) पर, ताकि समय रहते हम सावधान हो जाएं और उनका इस्तेमाल सोच-समझकर करें.
1- नॉन स्टिक में खाना बनाना
अगर आप आए दिन नॉन स्टिक बर्तनों में खाना बनाते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह आपको कैंसर जैसी घातक बीमारी का मरीज भी बना सकता है. दरअसल, हाल ही में हुए एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि नॉन स्टिक बर्तनों में खाना बनाने से कैंसर का जोखिम बढ़ाने वाला कारसीनोजेन नामक तत्व हमारे शरीर में पहुंचता है. यह भी पढ़ें: पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर, जानें इस बीमारी के कारण और शुरुआती लक्षण
2- प्लास्टिक की बोलत का इस्तेमाल
आजकल ज्यादातर लोग गिलास की जगह बोतल से ही पानी पीना पसंद करते हैं, लेकिन अगर आप प्लास्टिक की बोतल से पानी पीते हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. दरअसल प्लास्टिक की बोतल जब धूप या ज्यादा तापमान की वजह से गर्म होती है तो इसमें से डाइऑक्सिन नामक केमिकल का रिसाव शुरू हो जाता है. यह केमिकल पानी के साथ घुलकर हमारे शरीर में पहुंचता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है.
3- टैल्कम पाउडर का उपयोग
कैंसर प्रिवेंशव कोएलिशन के मुताबिक टैल्कम पाउडर जैसे सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग करना गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ाता है. दरअसल, पाउडर महिलाओं के प्रजनन तंत्र द्वारा गर्भाशय तक पहुंचता है. खासकर, जननांगों में पाउडर का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में गर्भाशय कैंसर का खतरा सामान्य महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा होता है.
4- टिन के डिब्बे में बंद खाना
आजकल ज्यादातर लोग कैन फूड यानी टिन के डिब्बे में बंद खाने पीने की चीजों को बड़े ही चाव से खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यह आदत आपको कैंसर का मरीज भी बना सकती है. जी हां, कैन फूड यानी टिन के डिब्बे में बंद खाना भी कैंसर के खतरे को बढ़ाता है. दरअसल, टिन के अंदरुनी परत में बीपीए नाम का केमिकल होता है जो शरीर के लिए काफी नुकसानदायक है.
5- फल और सब्जियों का सेवन
इसमें कोई दो राय नहीं है कि फल और ताजी हरी सब्जियां सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं, लेकिन बाजार में बिकने वाली सब्जियों और फलों को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिए केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार फलों और सब्जियों को धोने के बावजूद ये केमिकल साफ नहीं हो पाते हैं. ऐसे में इनका सेवन करना कैंसर का कारण भी बन सकता है. इससे बचने के लिए ऑर्गेनिक फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए. यह भी पढ़ें: जाने स्तन कैंसर जैसी बीमारी के लक्षण और बचने के उपाय
घर में रोजाना काम आने वाली इन चीजों के अलावा मोमबत्तियों से निकलने वाले धुएं से फेफड़े के कैंसर का खतरा बढ़ता है और पैराबेन्स युक्त सौंदर्य प्रसाधनों को इस्तेमाल करने से भी कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.