World Milk Day 2021 Slogans and Quotes: वर्ल्ड मिल्क डे पर ये स्लोगन, कहावत और WhatsApp Messages भेजकर बताएं इसके फायदे

डेयरी क्षेत्र से संबंधित मुद्दे के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए दुनिया भर में विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. हर साल, 50 से अधिक देश 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस की मनाते हैं. दूध की अच्छाई फैलाने के लिए, लोग दूध के बारे में प्यारे कोट्स और मैसेजेस शेयर करते हैं. यदि आप भी इस पोषक तत्व से भरपूर भोजन का जश्न मनाना चाहते हैं...

Celebrating World Milk Day (File Image)

World Milk Day 2021 Wishes: डेयरी क्षेत्र से संबंधित मुद्दे के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए दुनिया भर में विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) मनाया जाता है. हर साल, 50 से अधिक देश 1 जून को वर्ल्ड मिल्क डे मनाते हैं. दूध की अच्छाई फैलाने के लिए, लोग दूध के बारे में प्यारे कोट्स और मैसेजेस शेयर करते हैं. यदि आप भी इस पोषक तत्व से भरपूर भोजन का जश्न मनाना चाहते हैं, तो यहां दूध के बारे में बेहतरीन कोट्स, आकर्षक स्लोगन, इमेजेस और बातें हैं, जिन्हें भेजकर आप विश्व दुग्ध दिवस 2021 मना सकते हैं और जागरूकता फैला सकते हैं. विश्व दुग्ध दिवस का पहला आयोजन वर्ष 2001 में हुआ था. हर साल विश्व दुग्ध दिवस एक खास थीम पर मनाया जाता है. यह भी पढ़ें: National Milk Day 2020: क्यों मनाया जाता है नेशनल मिल्क डे, जानें इतिहास, महत्व और दूध के बारे में कुछ रोचक तथ्य

विश्व दुग्ध दिवस की संकल्पना संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा की गई थी. दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देने के महत्व पर जोर देने के लिए प्रस्तावित किया गया था क्योंकि यह पोषक तत्वों और विटामिनों में समृद्ध है. यह 2001 से प्रत्येक वर्ष 1 जून को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य डेयरी क्षेत्र की गतिविधियों और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान को उजागर करना भी है. इस वर्ष विश्व दुग्ध दिवस की 21वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. विश्व दुग्ध दिवस पर हम ले आए हैं कुछ स्लोगन और कोट्स जिन्हें भेजकर आप दूध और दुग्ध प्रोडक्ट्स के बारे में जागरूकता फैला सकते हैं.

Celebrating World Milk Day (File Image)
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भारत दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. 1955 में भारत का मक्खन आयात प्रति वर्ष 500 टन था और 1975 तक दूध और दूध उत्पादों के सभी आयात बंद कर दिए गए थे क्योंकि भारत दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया था. दुग्ध उत्पादन में भारत की सफलता की कहानी डॉ वर्गीज कुरियन द्वारा लिखी गई थी, जिन्हें भारत में "श्वेत क्रांति के जनक" के रूप में जाना जाता है. विश्व दुग्ध दिवस पर ट्विटर पर कई लोग डॉ वर्गीज कुरियन को याद कर रहे हैं.

दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं, क्योंकि इसमें भारी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है. इस वर्ल्ड मिल्क डे पर हमारी ओर से विश्व दुग्ध दिवस की बधाई.

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