Shrawan 2023: तंत्र बाधाओं एवं नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति तथा धन-धान्य के लिए श्रावण मास में बोएं ये चार पौधे!
अगर आप भी अपनी बगिया अथवा घर की बालकनी में पौधे लगाने की सोच रहे हैं, तो ऐसा पेड़ लगाएं, जिसका आध्यात्मिक महत्व भी हो. ज्योतिषाचार्य भागवत जी के अनुसार कुछ विशेष पौधे फल-फूल देने के साथ-साथ घर में फैली नकारात्मकता को दूर करते हैँ और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और ऐश्वर्य का पूरक भी बनते हैं. आइये जानें वे कौन-कौन से पौधे हैं.
Shrawan 2023: सावन का महीना भगवान शिव से जुड़ा होने के कारण आध्यात्मिक दृष्टिकोण से तो महत्वपूर्ण होता ही है, लेकिन इस पर मानसून का तड़का लगने से प्राकृतिक शोभा भी द्विगुणित हो जाती है. रिमझिम बारीश की बूंदे, शीतल-मंद हवाएं, चारों ओर फैली हरियाली, और इस पर टंके रंग-बिरंगे फूल हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. अगर आप भी अपनी बगिया अथवा घर की बालकनी में पौधे लगाने की सोच रहे हैं, तो ऐसा पेड़ लगाएं, जिसका आध्यात्मिक महत्व भी हो. ज्योतिषाचार्य भागवत जी के अनुसार कुछ विशेष पौधे फल-फूल देने के साथ-साथ घर में फैली नकारात्मकता को दूर करते हैँ और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और ऐश्वर्य का पूरक भी बनते हैं. आइये जानें वे कौन-कौन से पौधे हैं. यह भी पढ़ें: कब है श्रावण शिवरात्रि व्रत? जानें मूल तिथि, महत्व, मुहूर्त औ पूजा के नियम!
शमी का पौधा (Shami Plant)
ज्योतिष शास्त्र में शमी का पौधा भगवान शिव का प्रिय पौधा माना जाता है, शुभता का प्रतीक यह पौधा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार महाभारत काल में पांडवों ने अज्ञातवास के दरम्यान शमी के पेड़ पर अपने हथियार छिपाकर इसकी विधिवत पूजा की थी, ताकि वह अपना अज्ञातवास सफलतापूर्वक पूरा कर सकें. ज्योतिषाचार्य के अनुसार घर में शमी का कम से कम दो पौधे लगाएं, और इसे उत्तर दिशा की ओर रखें. प्रतिदिन संध्याकाल में एक दीया भी जलाएं. यह पौधा आपके जीवन में खुशियों को आकर्षित करने वाला कारक साबित होगा.
तुलसी का पौधा (Tulsi Plant)
सनातन धर्म में तुलसी का पौधा सबसे ज्यादा उपयोगी और पूजनीय माना जाता है. पौराणिक कथाओं इस पौधे का संबंध भगवान विष्णु एवं देवी लक्ष्मी से बताया गया है. नास्तिक प्रवृत्ति के लोग भी अपने घर के सामने तुलसी का पौधा जरूर लगाते हैं, वे भी मानते हैं कि तुलसी घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रबल स्रोत है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार तुलसी का पौधा आपके जीवन में सुख एवं समृद्धि लाता है. वास्तु के अनुसार गुरुवार के दिन श्यामा या रामा तुलसी का पौधा लगाना चाहिए
. सावन में इसे मंगलवार को भी लगा सकते हैं, लेकिन इसे छत के बजाय घर के मुख्य द्वार पर रखें.
धतूरा का पौधा (Datura Plant)
भगवान शिव के पसंदीदा पौधों में एक धतूरा का पौधा भी है. श्रावण मास में बिल्व पत्र और धतूरा चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है. इसके अलावा ज्योतिषीय दृष्टि से भी धतूरे का पौधा जीवन में सकारात्मकता लाता है, जिससे घर धन-धान्य से भरा होता है और जीवन में खुशहाली आती है, लेकिन इस पौधे को छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रखें.
बेल का पौधा (Vine Plant)
औषधीय दृष्टिकोण से बेल फल एवं इसकी पत्तियां बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन आध्यात्मिक रूप से इसे भी भगवान शिव का प्रिय पेड़ माना जाता है. भगवान शिव की पूजा बिना बिल्व पत्र के अधूरी कहलाती है. इसके साथ ही यह देवी लक्ष्मी का भी प्रिय बताया जाता है. जिस घर में बेल का पेड़ होता है, वहां धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती. बेल का पेड़ तंत्र बाधाओं से मुक्ति भी दिलाता है और परिवार के हर सदस्यों की रक्षा करता है. वास्तु के अनुसार बेल का पेड़ उत्तर या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए.