Shivaji Maharaj Jayanti 2022 HD Images: हैप्पी शिव जयंती! शेयर करें ये मनमोहक WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIFs और Wallpapers
महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन राज्य में सार्वजनिक अवकाश होता है. इस अवसर पर लोग अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में इस खास मौके पर आप भी शिवाजी महाराज के इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ और वॉलपेपर्स को प्रियजनों के साथ शेयर करके उन्हें हैप्पी शिव जयंती विश कर सकते हैं.
Shivaji Maharaj Jayanti 2022 HD Images: अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, हर साल 19 फरवरी को महाराष्ट्र के शूरवीर योद्धा और मराठा साम्राज्य के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है, जिसे शिवाजी महाराज जयंती (Shivaji Maharaj Jayanti) और शिव जयंती (Shiv Jayanti) के तौर पर भी जाना जाता है. शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे के पास स्थित शिवनेरी दुर्ग में हुआ था, उनका पूरा नाम शिवाजी भोंसले था. शिवाजी भोंसले के पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था. कहा जाता है कि देवी शिवाई के नाम पर ही उनका नाम शिवाजी रखा गया था. उनकी परवरिश में माता जीजाबाई का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, क्योंकि जीजाबाई के मार्गदर्शन में ही शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) ने बचपन से राजनीति और युद्ध रणनीति की शिक्षा ली थी, जिसकी बदौलत उन्होंने आगे चलकर मराठा साम्राज्य की नींव रखी और शिवाजी भोंसले से छत्रपति शिवाजी महाराज बन गए.
महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन राज्य में सार्वजनिक अवकाश होता है. इस अवसर पर लोग अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में इस खास मौके पर आप भी शिवाजी महाराज के इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ और वॉलपेपर्स को प्रियजनों के साथ शेयर करके उन्हें हैप्पी शिव जयंती विश कर सकते हैं.
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बताया जाता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाने की शुरुआत साल 1870 में पुणे में महात्मा ज्योतिराव फुले द्वारा की गई थी. दरअसल, उन्होंने पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ में शिवाजी महाराज की समाधि की खोज की थी, जिसके बाद स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने शिवाजी जयंती मनाने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उनके योगदान पर प्रकाश डालने में अहम भूमिका निभाई. इसके साथ ही उन्होंने शिवाजी महाराज जयंती के जरिए अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोगों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई थी. इस दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और जुलूस आयोजित किए जाते हैं.