Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2022 Quotes: सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती आज, प्रियजनों संग शेयर करें उनके ये महान विचार
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को शांत स्वभाव और नरम दिल वाले इंसान के तौर पर जाना जाता था. वो जितने सरल इंसान थे, उनके विचार उतने ही महान और प्रेरणादायी थे. ऐसे में उनकी जयंती के इस खास अवसर पर उनके इन 10 महान विचारों को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और प्रियजनों संग शेयर करके सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2022 Quotes in Hindi: आजाद भारत के पहले गृहमंत्री (Home Minister) और लौह पुरुष (Iron Man) कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात (Gujarat) के नाडियाद (Nadiyad) में हुआ था. उनके पिता का नाम झावेर भाई और मां का नाम लाडबा पटेल था, वल्लभभाई पटेल अपने माता-पिता की चौथी संतान थे. उनकी जयंती को हर साल 31 अक्टूबर के दिन राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के तौर पर मनाया जाता है. आजाद भारत के पहले गृहमंत्री के तौर पर उन्होंने भारत की देसी रियासतों को भारत में मिलाने की सबसे पहली प्राथमिकता दी थी और उन्होंने इस मुश्किल कार्य को बहुत ही सहजता से कर दिखाया. सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश के करीब 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघय में विलय करवाया था.
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को शांत स्वभाव और नरम दिल वाले इंसान के तौर पर जाना जाता था. वो जितने सरल इंसान थे, उनके विचार उतने ही महान और प्रेरणादायी थे. ऐसे में उनकी जयंती के इस खास अवसर पर उनके इन 10 महान विचारों को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और प्रियजनों संग शेयर करके सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए.
2- अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बना कर रखता है जब तक मनुष्य उस अधिकार को प्राप्त करने के लिए मूल्य न चुका दे.
3- जब तक इंसान के अंदर का बच्चा जीवित है, तब तक अंधकारमयी निराशा की छाया उससे दूर रहती है.
4- मेरी एकमात्र इच्छा यह है कि भारत एक अच्छा आत्मनिर्भर देश हो और कोई भी भूखा न रहे, देश में भोजन के लिए कोई भी आंसू न बहाए.
5- इस मिट्टी में कुछ अनूठा है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है.
6- आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आंखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए.
7- शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं.
8- आम प्रयास से हम देश को एक नई महानता तक ले जा सकते हैं, जबकि एकता की कमी हमें नई आपदाओं में डाल देगी.
9- कठिन समय में कायर बहाना ढूंढते हैं, जबकि बहादुर व्यक्ति इस स्थिति में रास्ता खोजते हैं.
10- आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए.
गौरतलब है कि साल 2014 में भारत सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया था, तब से हर साल उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दिवस के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया जाता है. इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.