Republic Day 2021 Flag Hoisting Rules: भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार जानें क्या है गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराने के नियम?
फ्लैग कोड ऑफ इंडिया यानी भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, किसी भी हाल में तिरंगे का अपमान या दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. हमारा तिरंगा हमारे गौरव का प्रतीक है, इसलिए इसका सम्मान करना देश के हर नागरिक का कर्तव्य है. अगर आप भी गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन कर रहे हैं तो आपको भारतीय ध्वज संहिता के इन नियमों का पालन करना आवश्यक है.
Republic Day 2021 Flag Hoisting Rules: आज (26 जनवरी 2021) देश में 72वां गणतंत्र दिवस (72nd Republic Day) मनाया जा रहा है. इस दिन हर हिंदुस्तानी तिरंगे (Tricolour) के रंग में रंगा हुआ नजर आता है. इस खास अवसर पर सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों सहित कई संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day Celebration) का आयोजन किया जाता है. इस दिन राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) फहराया जाता है और हर कोई तिरंगे को सलाम करता है. इस दिन लोग एक-दूसरे को गणतंत्र दिवस (Republic Day) की बधाई देते हैं और शुभकामना संदेश सोशल मीडिया के जरिए भेजे जाते हैं. कई स्थानों पर सांस्कृतिकि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हालांकि इस दिन तिरंगा फहराना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन इससे जुड़े नियमों का पालन करना आवश्यक है. केवल ध्वजारोहण ही नहीं, बल्कि सूर्यास्त के बाद इसे उतारने के साथ ही इस गरिमा को बरकरार रखने से जुड़े कई नियमों का उल्लेख भारतीय ध्वज संहिता (Flag Code of India) में किया गया है, जिसका पालन हर किसी को करना चाहिए.
फ्लैग कोड ऑफ इंडिया यानी भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, किसी भी हाल में तिरंगे का अपमान या दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. हमारा तिरंगा हमारे गौरव का प्रतीक है, इसलिए इसका सम्मान करना देश के हर नागरिक का कर्तव्य है. दरअसल, प्लास्टिक और कागज से बने तिरंगे को उत्सव के अगले दिन सड़कों पर पड़ा देखा जाता है, जो कि तिरंगे का अपमान है. अगर आप भी गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन कर रहे हैं तो आपको भारतीय ध्वज संहिता के इन नियमों का पालन करना आवश्यक है. यह भी पढ़ें: Republic Day 2021: देश मना रहा है 72वां गणतंत्र दिवस, ITBP के जवानों ने लद्दाख में तिरंगा फहराकर ऐसे दी सलामी (Watch Video & Photos)
भारत के राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नियम
तिरंगे का आकार और मटेरियल
भारतीय तिरंगा तीन समान आयताकार रंगों से बना है. तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद और नीचे हरा रंग है, जबकि बीच में अशोक चक्र को स्थान दिया गया है. ध्वज की ऊंचाई का अनुपात 3:2 है. भारतीय ध्वज संहिता में राष्ट्रीय ध्वज के मानक आकारों की सूचि दी गई है.
तिरंगे का आकार mm में-
1- 6300 x 4200
2- 3600 x 2400
3- 2700 x 1800
4-1800 x 1200
5- 1350 x 900
6- 900 x 600
7- 450 x 300
8- 225 x 150
9-150 x 100
- जिस मटेरियल से तिरंगे को बनाया जाता है, उससे जुड़े नियमों का उल्लेख भी भारतीय ध्वज संहिता में किया गया है. खादी या हाथ से काता जाने वाला कपड़ा एकमात्र सामग्री है, जिसका इस्तेमाल तिरंगा बनाने के लिए किया जा सकता है. किसी भी अन्य सामग्री से बने तिरंगे को फहराने पर जुर्माने के साथ तीन साल तक की सजा का प्रावधान है.
- भारतीय तिरंगे को हमेशा सम्मान की स्थिति में और विशिष्ट रूप से रखा जाना चाहिए.
- अगर आप सार्वजनिक भवनों या निजी संगठनों पर तिरंगा फहरा रहे हैं तो इसे सूर्योदय से सूर्यास्त कर फहराया जाना चाहिए.
- क्षतिग्रस्त या अव्यवस्थित ध्वज को नहीं फहराना चाहिए. तिरंगा किसी भी अवस्था में फटा या क्षतिग्रस्त नहीं होना चाहिए.
- राष्ट्रीय ध्वज को फहराते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि अगर वक्ता का मुंह दर्शकों की तरफ है तो राष्ट्रीय ध्वज वक्ता के पीछे होना चाहिए, ताकि दर्शक राष्ट्रीय ध्वज को लहराता हुआ देख सकें.
- अगर तिरंगे को किसी जुलूस या परेड में ले जाया जा रहा है तो यह ठीक सामने या केंद्र में होना चाहिए.
- तिरंगे को सलामी देने के बाद राष्ट्रगान गाया जाना चाहिए. राष्ट्रगान के लिए निर्दिष्ट शिष्टाचार का पालन करना भी अनिवार्य है. यह भी पढ़ें: Republic Day 2021 Google Doodle: गूगल सेलिब्रेट कर रहा है भारत का 72वां गणतंत्र दिवस, समर्पित किया ये खास डूडल
राष्ट्रीय ध्वज को कैसे उतारे?
- ध्वज को सूर्यास्त के बाद सम्मानपूर्वक नीचे उतारना चाहिए.
- ध्वज को उतारते समय इसे धीरे-धीरे नीचे किया जाना चाहिए.
- तिरंगे को नीचे उतारने के बाद इसे सावधानी से मोड़कर लकड़ी के बक्से में रखा जाना चाहिए.
राष्ट्रीय ध्वज को कैसे करें डिस्पोज?
- भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, तिरंगे को दो तरीकों से डिस्पोज कर सकते हैं. तिरंगे को सम्मानपूर्वक जलाना चाहिए या फिर इसे दफनाना चाहिए.
- सभी क्षतिग्रस्त या कटे-फटे तिरंगे को एक साथ एकत्र किया जाता है और उन्हें लकड़ी के बक्से में एक साथ रखा जाता है. इसके बाद बॉक्स को जमीन में दफनाया जाता है. राष्ट्रीय ध्वज को दफनाने के बाद इसके सम्मान में कुछ क्षण मौन रखा जाता है.
- तिरंगे को जलाने का काम भी सावधानी पूर्वक किया जाता है. तिरंगा साफ और मुड़ा हुआ होना चाहिए, इसके बाद ही उसे जलाया जाता है. तिरंगे को जलाते समय उसकी गरिमा और गौरव को हर हाल में बरकरार रखना आवश्यक है. यह भी पढ़ें: Happy Republic Day 2021 Messages: हैप्पी रिपब्लिक डे! दोस्तों-रिश्तेदारों को भेजें ये हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, Quotes और GIF Images
बहरहाल, ये कुछ नियम हैं जिनका पालन राष्ट्रीय ध्वज को फहराते समय करना आवश्यक है. इसके अलावा गृह मंत्रालय ने यह भी सलाह दी है कि उत्सव के दौरान किसी भी प्लास्टिक के झंडे का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. लोगों को केवल कागज से बने झंडे का ही इस्तेमाल करना चाहिए. गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दौरान तिरंगा फहराते समय इन नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए.