Rabindranath Tagore Jayanti 2025 Wishes: रवींद्रनाथ टैगोर जयंती के इन हिंदी WhatsApp Status, Facebook Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें शुभकामनाएं
रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

Rabindranath Tagore Jayanti 2025 Wishes in Hindi: हर साल 7 मई कोई रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती (Rabindranath Tagore Jayanti) मनाई जाती है. उनका जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी में हुआ था. इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारतीय साहित्य, कला और दर्शन में अद्भुत व्यक्तित्व के धनी रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) ने अपनी रचनाओं से भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया को प्रभावित किया. बहुमुखी प्रतिभा के धनी रवींद्रनाथ टैगोर एक प्रसिद्ध कवि, उपन्यासकार, नाटककार, दार्शनिक, संगीतकार, चित्रकार और समाज सुधारक थे. गुरुदेव के नाम से लोकप्रिय रवींद्रनाथ टैगोर विलक्षण प्रतिभा के धनी होने के साथ-साथ संगीत प्रेमी भी थे. उन्होंने अपने जीवन काल में दो हजार से भी ज्यादा गीतों की रचना की. इसके साथ ही उन्हें भारत और बांग्लादेश के लिए राष्ट्र राष्ट्रगान लिखने का गौरव भी प्राप्त है. साहित्य के लिए टैगोर को नोबल पुरस्कार भी मिल चुका है.

रवींद्रनाथ टैगोर के पिता का नाम देवेंद्रनाथ टैगोर था, जबकि माता का नाम शारदा देवी था. अपने 14 भाई-बहनों में सबसे छोटे रवींद्रनाथ टैगोर बचपन से ही काफी होनहार थे. महज 8 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पहली कथा लिखी थी और 16 साल की उम्र में उनकी पहली लघुकथा प्रकाशित हुई थी. रवींद्रनाथ टैगोर जयंती के इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- रवींद्रनाथ टैगोर जयंती की हार्दिक बधाई

रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

2- रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025

रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

3- रवींद्रनाथ टैगोर जयंती की शुभकामनाएं

रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

4- हैप्पी रवींद्रनाथ टैगोर जयंती

रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

5- रवींद्रनाथ टैगोर जयंती मुबारक

रवींद्रनाथ टैगोर जयंती 2025 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि टैगोर ने 1901 में पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्र में शांतिनिकेतन स्थित एक प्रायोगिक विद्यालय की स्थापना की थी, जिसके बाद सन 1921 में यह विद्यालय विश्व भारती विश्वविद्यालय बन गया. टैगोर के प्रमुख काव्य संग्रह में गीतांजलि, सोनार तरी, मानसी, बालका शामिल हैं. उन्होंने गोरा, घरे-बाइरे, चोखेर बाली आदि उपन्यास लिखे. उनकी कहानी संग्रह में कहानी और गल्पगुच्छ प्रमुख हैं, जबकि डाकघर, राजा और रक्तकरबी उनके प्रमुख नाटक संग्रह हैं. उन्हें भारत के राष्ट्रगान 'जन गण मन' और बांग्लादेश के राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' का रचयिता माना जाता है.

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