Pitru Paksha 2020: पितृपक्ष में इन कार्यों को करने से मिलता है पितरों का आशीर्वाद, लेकिन भूलकर भी न करें ये गलतियां

पितृदोष की स्थिति में परिजनों को धन, सेहत और अन्य कई तरह के संकटों का सामना करना पड़ता है. चूंकि इस वर्ष कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है, लेकिन पितृपक्ष में जरूरी परंपराओं को निभाना भी आवश्यक है. ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि पितृपक्ष में आपको क्या करना आवश्यक है और क्या काम हरगिज नहीं करना चाहिए.

पितृ पक्ष 2020 (Photo Credits: Facebook)

Pitru Paksha 2020: हिंदू धर्म में पितृपक्ष (Pitru Paksha) का बड़ा महत्व है. भाद्रपद महीने की पूर्णिमा (Bhadrapad Purnima) से लेकर आश्विन मास की अमावस्या (Ashwin Amavasya) तक पितृपक्ष रहता है. इस वर्ष 2 सितंबर से शुरु हुआ पितृपक्ष का यह पितृ-मेला 16 सितंबर तक चलेगा.सनातन धर्म की मान्यतानुसार पितृपक्ष में पितर देव स्वर्गलोक से धरती पर परिजनों से मिलने आते हैं. कहा जाता है कि इन दिनों पित्तरों का तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध इत्यादि करने से पित्तर तृप्त होते हैं और पितृदोष (Pitru Dosha) का सामना नहीं करना पड़ता है. गौरतलब है कि पितृदोष की स्थिति में परिजनों को धन, सेहत और अन्य कई तरह के संकटों का सामना करना पड़ता है. चूंकि इस वर्ष कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है, लेकिन पितृपक्ष में जरूरी परंपराओं को निभाना भी आवश्यक है. ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि पितृपक्ष में आपको क्या करना आवश्यक है और क्या काम हरगिज नहीं करना चाहिए.

पितृपक्ष में क्या करें?

पितृपक्ष में क्या न करें?

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.

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