National Milk Day 2022 Wishes: राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की इन हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस को भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य हमारे जीवन में दूध के महत्व से हर किसी को रूबरू कराना है. इस खास अवसर पर लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. आप भी इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
National Milk Day 2022 Wishes in Hindi: दूध (Milk) एकमात्र ऐसा पेय पदार्थ है, जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन बी12, आयरन, कैल्शियम, मैग्निशियम, जिंक, फॉस्फोरस, आयोडीन, पोटैशियम, फोलेट्स, प्रोटीन जैसे कई पोषण तत्व पाए जाते हैं, इसलिए दूध को हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है. दुनिया में वैसे तो कई देशों में दूध का उत्पादन होता है, लेकिन भारत को विश्व का नंबर वन दुग्ध उत्पादक देश माना जाता है. दरअसल, भारत में श्वेत क्रांति लाने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन (Dr Verghese Kurien) का जन्म 26 नवंबर को हुआ था, इसलिए उनके जन्मदिवस को भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (National Milk Day) के तौर पर मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस यानी नेशनल मिल्क डे पहली बार 26 नवंबर 2014 को मनाया गया था, जबकि दुनिया भर में 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) मनाया जाता है.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस को भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य हमारे जीवन में दूध के महत्व से हर किसी को रूबरू कराना है. इस खास अवसर पर लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. आप भी इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- जब हम आपके लिए चाय दिल से बनाते हैं,
तो दूध में चीनी की जगह इश्क मिलाते हैं.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की शुभकामनाएं
2- अपने जिस्म से निकाल कर जो दूध देती है,
वो गाय ही क्यों ना हो पर मां के समान होती है.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की शुभकामनाएं
3- अनेकों पौष्टिक आहार दूध में पाए जाते हैं,
इसलिए रोज अपने आहार में दूध पीते हैं.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की शुभकामनाएं
4- गाय नहीं पालोगे तो शुद्ध दूध कहां से पाओगे,
शुद्ध दूध नहीं पाओगे तो स्वस्थ्य कैसे रह पाओगे.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की शुभकामनाएं
5- दूध का कर्ज अब कोई चुकाता नहीं है,
गाय को अब कोई घास खिलाता नहीं है,
केमिकल से बने पैकेट का दूध पी रहे हैं,
स्वास्थ्य की चिंता किए बिना जी रहे हैं.
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म 26 नवंबर 1921 को केरल के कोझिकोड में एक ईसाई परिवार में हुआ था. आज दुनिया डॉ. वर्गीज कुरियन को मिल्कमैन के नाम से जानती हैं. भारत में श्वेत क्रांति लाने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन को भारत सरकार ने साल 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्हें फ्रांस के कृषि मंत्रालय ने 1989 ऑर्डर ऑफ एग्रीकल्चर मेरिट और 1963 में रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.