National Ayurveda Day 2024 Wishes: आयुर्वेद दिवस के इन हिंदी Quotes, WhatsApp Messages, GIF Greetings को शेयर कर दें शुभकामनाएं
हर साल राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस को मनाने की तारीख तिथि के अनुसार बदलती रहती है. इस दिवस उद्देश्य युवा पीढ़ी को उपचार के आयुर्वेदिक सिद्धांतों से परिचित कराना और इसके बारे में जागरूकता फैलाना है. इस अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर आयुर्वेद दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
National Ayurveda Day 2024 Wishes in Hindi: आयुर्वेद (Ayurveda) एक ऐसी प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जिसका उपयोग सदियों से उपचार के लिए किया जा रहा है. आयुर्वेद का मानव जीवन पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, बावजूद इसके अधिकांश लोग इसके गुणों और इससे होने वाले फायदों के बारे में नहीं जानते हैं. ऐसे में आयुर्वेद के महत्व और इस चिकित्सा पद्धति के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल धनतेरस (Dhanteras) यानी धन्वंतरि जयंती पर (Dhanvantari Jayanti) पर भारत में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day) मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है, जबकि अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक यह तिथि इस साल 29 अक्टूबर 2024 को पड़ रही है. इस दिवस को साल 2016 से मनाया जा रहा है और इस साल धनतेरस पर नौवां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है.
हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धन्वंतरि जयंती और धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है, इसलिए हर साल राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस को मनाने की तारीख बदलती रहती है. इस दिवस उद्देश्य युवा पीढ़ी को उपचार के आयुर्वेदिक सिद्धांतों से परिचित कराना और इसके बारे में जागरूकता फैलाना है. इस अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर आयुर्वेद दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
आयुर्वेद का आज भी अपना एक अलग महत्व है, जिससे हर किसी को रूबरू कराने के लिए राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है. बता दें कि केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस को धन्वंतरि जयंती यानी पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के पहले दिन मनाने का फैसला किया. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन आयुर्वेद के जनक और देवताओं के चिकित्सक भगवान धन्वंतरि का समुद्र मंथन के दौरान प्राकट्य हुआ था, इसलिए केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की जयंती को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया.