Janaki Jayanti 2022 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को जानकी जयंती (Janaki Jayanti) का पर्व मनाया जाता है. इस साल जानकी जयंती 24 फरवरी 2022 को मनाई जा रही है. इस दिन माता जानकी (Mata Janaki) यानी माता सीता (Mata Sita) की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता सीता की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सौभाग्य का आगमन होता है. इसके साथ ही रोग, शोक, संताप और दुखों का नाश होता है. हमारे देश के साथ-साथ नेपाल में भी जानकी जयंती को धूमधाम से मनाया जाता है और इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. दरअसल, शास्त्रों में माता सीता को धन की देवी माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा करने से माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) की कृपा प्राप्त होती है.
जानकी जयंती पर मंदिरों में माता सीता की विशेष पूजा की जाती है और उनके दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता है. इसके अलावा लोग इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. आप भी इस खास अवसर पर इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस और कोट्स को अपने प्रियजनों संग शेयर करके उन्हें जानकी जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- देश मना रहा है जानकी जयंती का त्योहार,
आपको मिले उनका आशीर्वाद और प्यार,
धन-धान्य और खुशियों से भरा रहे घर-परिवार,
दिनों-दिन बढ़ता जाए आपका कारोबार.
जानकी जयंती की शुभकामनाएं
2- आपको जानकी जयंती की बहुत-बहुत बधाई,
प्रियजन और दोस्त सदा रहें आपके करीब,
लक्ष्मी स्वरूपा सीता हर परेशानी करें दूर,
जानकी जयंती आपके लिए हो शुभ फलदायी.
जानकी जयंती की शुभकामनाएं
3- मां सीता आपके जीवन में खुशियां लाएं,
माता सीता की सच्चे मन से पूजा करें,
सीता नवमी के पावन अवसर पर,
दुआ है कि उनकी कृपा आप पर बनी रहे.
जानकी जयंती की शुभकामनाएं
4- श्री राम जी आपके संसार में,
सुख की बरसात करें,
और दुखों का नाश करें,
माता सीता के आशीर्वाद से,
आपका घर आंगन सदा खुशहाल रहे.
जानकी जयंती की शुभकामनाएं
5- आज जानकी जयंती का त्योहार है,
जगमगा रहा ये संसार है,
मां की आराधना में तल्लीन हो जाओ,
अपनी हर मनोकामना पूरी होती पाओ.
जानकी जयंती की शुभकामनाएं
जानकी जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर अपने नित्य कर्मों से निवृत्त होकर भगवान राम और माता सीता को प्रणाम करें, फिर लाल रंग के कपड़े धारण करके पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर सियाराम की प्रतिमा स्थापित करें और फिर विधि-विधान से उनकी पूजा करें. माता सीता को श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें और फल, पुष्प, धूप-दीप इत्यादि से उनका पूजन करें. आखिर में आरती करके भगवान राम और माता सीता से सुख-समृद्धि की कामना करें.