Hartalika Teej 2020 Mehndi Designs: हरतालिका तीज पर मेहंदी रचाकर अपने हाथों की खूबसूरती में लगाएं चार चांद, शिव-पार्वती पैटर्न के साथ लेटेस्ट अरबी डिजाइन्स के लिए देखें तस्वीरें और ट्यूटोरियल वीडियो
हरतालिका तीज के अति पावन अवसर पर आप अपने हाथों और पैरों में मेंहदी रचाकर अपनी सुंदरता में चार चांद लगा सकें, इसलिए हम हरतालिका तीज के लिए शिव-पार्वती के चित्रों वाले मेहंदी डिजाइन के साथ लेकर आए हैं अरेबिक, इंडियन, इंडो-अरेबिक और ट्रेडिशनल मेहंदी के लेटेस्ट डिजाइन्स. इन डिजाइन्स को आप फोटोज और ट्यूटोरियल वीडियो की मदद से आसानी से अपने हाथों पर ट्राई कर सकते हैं.
Hartalika Teej 2020 Mehndi Designs: हरतालिका तीज (Hartalika Teej) का त्योहार विवाहित स्त्रियों (Married Women) के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना से व्रत करती हैं. हरतालिका तीज का पर्व (Hartalika Teej Vrat) हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है और इस साल यह पावन तिथि 21 अगस्त 2020 (शुक्रवार) को पड़ रही है. इस दिन महिलाएं दिन भर निर्जल व्रत रखती हैं और सोलह श्रृंगार करते भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Mata Parvati) की पूजा-अर्चना कर हरतालिका तीज व्रत की कथा सुनती या पढ़ती हैं. हरतालिका तीज पर महिलाओं के श्रृंगार का विशेष महत्व है, इसलिए नए कपड़ों और गहनों से लेकर महिलाएं सिर से लेकर पांव तक तैयार होती हैं. इस पर्व की शुभता बढ़ाने के लिए महिलाएं अपने हाथों और पैरों में मेहंदी रचाती हैं, क्योंकि मेहंदी (Mehndi) के बिना इस पर्व को अधूरा माना जाता है.
हरतालिका तीज के अति पावन अवसर पर आप अपने हाथों और पैरों में मेंहदी रचाकर अपनी सुंदरता में चार चांद लगा सकें, इसलिए हम हरतालिका तीज के लिए शिव-पार्वती के चित्रों (Shiva-Parvati Portrait) वाले मेहंदी डिजाइन (Mehndi Designs) के साथ लेकर आए हैं अरेबिक, इंडियन, इंडो-अरेबिक और ट्रेडिशनल मेहंदी के लेटेस्ट डिजाइन्स. इन डिजाइन्स को आप फोटोज और ट्यूटोरियल वीडियो की मदद से आसानी से अपने हाथों पर ट्राई कर सकते हैं.
शिव-पार्वती पोर्ट्रेट मेहंदी
हरतालिका तीज मेहंदी
फुल हैंड ट्रेडिशनल मेहंदी
फुल बैक हैंड मेहंदी
सिंपल अरबी मेहंदी डिजाइन
बैक हैंड अरबी डिजाइन
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए किया था. तीज के व्रत को महिलाएं के लिए सौभाग्यकारक माना जाता है, इसलिए महिलाएं इस व्रत को करती हैं. हालांकि सुहागन स्त्रियों के अलावा कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की कामना से इस व्रत को करती हैं. इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है. कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में इस व्रत को गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है.