Ganeshotsav 2020: फ्रंटलाइन वॉरियर्स से लेकर केरल में गर्भवती हथिनी की मौत तक, गणेशोत्सव के दौरान खूबसूरती से पेश किए गए ये सामाजिक मुद्दे, देखें तस्वीरें
हर साल विभिन्न पंडालों में सामाजिक मुद्दों पर आधारित सजावट के साथ गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है और इस साल भी कई अहम मुद्दों को गणेशोत्सव के दौरान बेहद खूबसूरती से पेश करने की कोशिश की गई है.कोरोना फ्रंटलाइन वॉरियर्स को सम्मान देने के साथ-साथ केरल में गर्भवती हथिनी की मौत जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए अद्भुत गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई है
Ganeshotsav 2020: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच देश में दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganeshotsav) का पर्व मनाया जा रहा है. हालांकि हर साल की तरह इस बार कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) के कारण गणेशोत्सव की रौनक कुछ फीकी जरूर पड़ गई है, लेकिन लोगों के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं है. घरों और पंडालों में सादगी से गणेशोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है. हर साल विभिन्न पंडालों में सामाजिक मुद्दों पर आधारित सजावट के साथ गणेश प्रतिमाओं (Lord Ganesha Idols) की स्थापना की जाती है और इस साल भी कई अहम मुद्दों को गणेशोत्सव के दौरान बेहद खूबसूरती से पेश करने की कोशिश की गई है.
कोरोना फ्रंटलाइन वॉरियर्स (Frontline Warriors) को सम्मान देने के साथ-साथ केरल में गर्भवती हथिनी (Pregnant Elephant Death) की मौत जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए अद्भुत गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई है. चलिए एक नजर डालते हैं देश के विभिन्न स्थानों पर सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने वाले गणेशोत्सव की झलकियों पर...
हैदराबाद में गणेश जी की प्रतिमा
भगवान गणेश की इस प्रतिमा को पुलिसकर्मी और डॉक्टर के रूप में सजाया गया है. इस अद्भुत प्रतिमा को ग्रेटर हैदराबाद म्युनसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों और चौबीस घंटे सेवा में लगे फ्रंटलाइन वॉरियर्स के सम्मान में स्थापित किया गया है.
वड़ोदरा में गणपति बप्पा की प्रतिमा
यह विषय केरल की भयावह घटना को प्रदर्शित करता है, जहां पटाखों से भरे अनानास को खाने के बाद एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई थी. हथिनी को पटाखों से भरा अनानास स्थानीय लोगों ने खिलाया था.
मध्य प्रदेश में गणेश जी की प्रतिमा
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, निधि शर्मा नाम की एक निवासी ने सभी कोविड-19 योद्धाओं को सम्मान देने और इस महामारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस खास थीम वाली गणपति बप्पा की प्रतिमा बनाई. यह भी पढ़ें: Ganesh Visarjan 2020 Puja Vidhi at Home: गणपति बप्पा को विदाई देने के लिए इन रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों का पालन करें, घर पर ही धूमधाम से दें विदाई
सातारा में माता गौरी की प्रतिमा
गणेशोत्सव के दौरान गौरी पूजन की परंपरा निभाई जाती है. कोमल पवार नाम की पुलिस कांस्टेबल ने इस महामारी के दौरान चौबीस घंटे काम करते हुए एक डॉक्टर और पुलिसवाले के रूप में देवी गौरी की प्रतिमा को सजाया है. प्रतिमा को मास्क लगाया गया है, जिसके जरिए कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि ये झलकियां देशभर की कई खूबसूरत गणेश प्रतिमाओं में से हैं. गणेश चतुर्थी का पर्व देश में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पूरे जोश और उत्साह के साथ भक्त गणपति बप्पा का स्वागत करते हैं और करीब दस दिनों तक गणेशोत्सव का पर्व मनाए जाने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाता है. इसके साथ ही उनके अगले साल फिर से जल्दी आने की कामना की जाती है.