Ganesh Chaturthi 2024 HD Images: गणपति बप्पा मोरया! अपनों संग शेयर करें गणेश जी ये शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings और Wallpapers
गणेश जी की मूर्ति को लाते समय उनकी दिशा और मुद्रा का ध्यान देना चाहिए. उनकी प्रतिमा को उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्थापित करना चाहिए, क्योंकि इस दिशा को समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है. गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आप गणपति बप्पा के इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर कर इस पर्व को मना सकते हैं.
Ganesh Chaturthi 2024 HD Images: इस साल 7 सितंबर से देशभर में गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की शुरुआत होने जा रही है, जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) मनाई जाती है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, भगवान गणेश (Bhagwan Ganesh) का जन्म सोमवार को स्वाति नक्षत्र, सिंह लग्न में मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए इस दिन उनका जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी से ही 10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव की शुरुआत हो जाती है, जिसका समापन अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन होता है, जो इस साल 17 सितंबर को है. गणेश चतुर्थी के दिन घरों और सार्वजनिक पंडालों में गणेश जी की भव्य व विशाल मूर्तियों को स्थापित किया जाता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गणेश जी की मूर्ति को लाते समय उनकी दिशा और मुद्रा का ध्यान देना चाहिए. उनकी प्रतिमा को उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्थापित करना चाहिए, क्योंकि इस दिशा को समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है. गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आप गणपति बप्पा के इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर कर इस पर्व को मना सकते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गणपति बप्पा की सफेद रंग की प्रतिमा को घर में रखने से सुख-शांति आर समृद्धि आती है. लाल रंग की प्रतिमा को ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक माना जाता है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसके अलावा गणेश चतुर्थी को मनाते समय पर्यावरण का ध्यान रखते हुए प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों के बजाय मिट्टी की मूर्तियों को प्राथमिकता देनी चाहिए. घर में बहुत बड़ी मूर्ति की स्थापना नहीं करनी चाहिए, इसके बजाय छोटी और मध्यम आकार की मूर्ति को रखना चाहिए.