Eid ul-Fitr Mubarak 2024 HD Images: ईद-उल-फितर मुबारक! इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo Wishes, Wallpapers को करें प्रियजनों संग शेयर
चांद रात के दिन ईद का चांद नजर आने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को सुबह के समय लोग ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा करके अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं. उसके बाद गले मिलकर एक-दूसरे को ईद मुबारक कहते हैं. रमजान ईद के इस खास मौके पर आप भी ईद-उल-फितर मुबारक के इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिग्स, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स अपने प्रियजनों के साथ शेयर कर सकते हैं.
Eid ul-Fitr Mubarak 2024 HD Images: दुनिया भर के मुसलमान ईद को रोजा रखने के एवज में अल्लाह से ईनाम में मिला त्योहार मानते हैं, जो शव्वाल (10वां महीना) की पहली तारीख को मनाया जाता है. आपको बता दें कि हिजरी कैलेंडर में नए महीने की शुरुआत चांद के दीदार से होती है और ईद का चांद नजर आने के बाद ही ईद मनाई जाती है. इस्लाम धर्म के सबसे पाक महीने रमजान (Ramzan) में रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करने के बाद आज यानी 11 अप्रैल 2024 को दुनिया भर के मुसलमान ईद का जश्न (Eid Celebration) मना रहे हैं, जिसे ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr), ईद-अल-फितर (Eid-al-Fitr), रमजान ईद (Ramzan Eid) और मीठी ईद (Meethi Eid) जैसे कई नामों से जाना जाता है. दरअसल, रमजान के पूरे महीने लोग सूर्योदय से पहले सहरी करके रोजे की शुरुआत करते हैं और शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार करके रोजा खोलते हैं, फिर शव्वाल का चांद नजर आने के बाद ईद का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
चांद रात के दिन ईद का चांद नजर आने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को सुबह के समय लोग ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा करके अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं. उसके बाद गले मिलकर एक-दूसरे को ईद मुबारक कहते हैं. रमजान ईद के इस खास मौके पर आप भी ईद-उल-फितर मुबारक के इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिग्स, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स अपने प्रियजनों के साथ शेयर कर सकते हैं.
2- ईद मुबारक 2024
3- रमजान ईद मुबारक
4- ईद-अल-फितर मुबारक
5- मीठी ईद मुबारक
गौरतलब है कि इस्लामिक हिजरी कैलेंडर में नए महीने की शुरुआत चांद के दीदार से होती है और ईद का चांद नजर आने के बाद ही अगले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है. आपको बता दें कि इस्लाम धर्म के सबसे पाक महीने रमजान में पूरे 29 या 30 दिनों तक लोग सूर्योदय से पहले सहरी करके रोजे की शुरुआत करते हैं और शाम को सूर्यास्त के बाद इफ्तार करके रोजा खोलते हैं. पूरे एक महीने तक रोजा रखने के बाद हर मुसलमान को शव्वाल के चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है और चांद के दीदार के बाद अगले दिन ईद का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.