Eid-e-Milad Un Nabi Mubarak 2020-Muslim Festival: इस्लाम में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad Un Nabi) का खास महत्व है. मुस्लिम अनुयायी ईद-ए-मिलाद-उन-नबी को पैगंबर मोहम्मद साहब (Prophet Mohammed) के जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं, जिसे ईद-ए-मिलाद (Eid-e-Milad) और मावलिद अल-नबी शरीफ (Mawlid al-Nabi Sharif) के नाम से भी जाना जाता है. अरबी भाषा में मिलाद-उन-नबी (Milad Un Nabi) का अर्थ है पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल (Rabi Al-Awwal) की 12 तारीख को पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था, इसलिए उनके जन्मदिवस के उत्सव को मनाने के लिए यह त्योहार मनाया जाता है. इस साल ईद-ए-मिलाद यानी ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का त्योहार भारत में 29 अक्टूबर को शुरू होगा और 30 अक्टूबर की शाम को संपन्न होगा. खास बात तो यह है कि सुन्नी मुस्लिम जहां ईद-ए-मिलाद का पर्व रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन मनाते हैं, वहीं शिया समाज के लोग इस पर्व को 17वें दिन मनाते हैं.
इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर मोहम्मद साहब के प्रति बहुत आदर-सम्मान और श्रद्धा का भाव रखते हैं. कहा जाता है कि मोहम्मद पैगंबर को अल्लाह ने स्वयं फरिश्ते जिब्रईल के जरिए कुरान का संदेश दिया था. ऐसे में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मुबारक मौके पर आप अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन शानदार हिंदी विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, कोट्स, एचडी इमेजेस, जीआईएफ मैसेजेस, एसएमएस के जरिए मुबारकबाद कह सकते हैं.
1- दीये जलते और जगमगाते रहें,
हम आपको इसी तरह याद आते रहें,
जब तक जिंदगी है ये दुआ है हमारी,
आप चांद की तरह जगमगाते रहें.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
2- जिन लोगों तक नहीं पहुंच सकती मेरी बाहें,
उनके लिए मन से हमेशा निकलती हैं दुआएं,
बख्शे खुदा सबके गुनाह,
बस यही करता हूं दुआएं.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
3- दुनिया की हर फिजा में उजाला रसूल का,
ये सारी कायनात सदका रसूल का,
खुशबू-ए-गुलाब है पसीना रसूल का,
आपको भी हो मुबारक महीना रसूल का.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
4- मदीने में ऐसी फिजा लग रही है,
कि जन्नत जैसी हवा लग रही है,
मदीने पहुंच कर जमीन को जो देखा,
यह जन्नत का जैसे पता लग रही है.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
5- नबी की याद से रोशन,
मेरे दिल का नगीना है,
वो मेरे दिल में रहते हैं,
मेरा दिल एक मदीना है.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक
इस्लाम धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, 571 ई. में रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था और इसी रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को उनका इंतकाल भी हुआ था. सऊदी अरब के मक्का में जन्में पैगंबर मोम्मद साहब का पूरा नाम मो. इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मुत्तलिब था. कहा जाता है कि 610 ई. में मक्का के हीरा नामक गुफा में उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था. ज्ञान प्राप्ति के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म के पवित्र कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया था.