Diwali Padwa 2021 Wishes: हैप्पी दिवाली पड़वा! सगे-संबंधियों के साथ शेयर करें ये आकर्षक WhatsApp Stickers, HD Images, GIF Greetings और वॉलपेपर्स
दीपावली के अगले दिन मनाए जाने वाले पर्व को दिवाली पड़वा कहते हैं, जो पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के चौथे दिन पड़ता है. महाराष्ट्र में इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान किया जाता है. इस खास अवसर पर आप भी अपने सगे-संबंधियों को इन आकर्षक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को भेजकर हैप्पी दिवाली पड़वा कह सकते हैं.
Diwali Padwa 2021 Wishes in Hindi: त्योहारों के देश भारत में वैसे तो साल भर में कई पर्व मनाए जाते हैं, लेकिन तमाम पर्वों में दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का खास महत्व बताया जाता है, जिसे पांच दिनों तक मनाया जाता है. अंधकार पर प्रकाश की विजय के इस पर्व को दीपोत्सव भी कहते हैं. दिवाली उत्सव की शुरुआत 2 नवंबर से धनतेरस (Dhanteras) के साथ हो गई है, जिसका समापन 6 नवंबर को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ होगा. दिवाली उत्सव का तीसरा दिन सबसे खास होता है, जिसे बड़ी दिवाली, दीपावली (Deepavali) और लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के नाम से जाना जाता है. इसके ठीक अगले दिन यानी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को महाराष्ट्र में दिवाली पड़वा (Diwali Padwa) मनाया जाता है. इसके अलावा इस दिन बाली प्रतिपदा (Bali Pratipada), गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और गुजराती नव वर्ष (Gujarati New Year) भी मनाया जाता है.
दीपावली के अगले दिन मनाए जाने वाले पर्व को दिवाली पड़वा कहते हैं, जो पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के चौथे दिन पड़ता है. महाराष्ट्र में इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान किया जाता है. इस खास अवसर पर आप भी अपने सगे-संबंधियों को इन आकर्षक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को भेजकर हैप्पी दिवाली पड़वा कह सकते हैं.
1- दिवाली पड़वा 2021
2- दिवाली पड़वा 2021
3- दिवाली पड़वा 2021
4- दिवाली पड़वा 2021
5- दिवाली पड़वा 2021
दिवाली पड़वा को बाली पूजा और बाली प्रतिपदा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन दानव राजा बलि का आशीर्वाद लेने के लिए बाली पूजा की जाती है. किंवदंतियों के अनुसार, भगवान विष्णु के वामन अवतार ने राक्षस राजा बलि को पाताल लोक में धकेल दिया था. हालांकि राजा बलि की उदारता के कारण भगवान विष्णु ने उन्हें भुलोक यानी पृथ्वी पर तीन दिन की यात्रा के लिए अनुमति दी. ऐसा माना जाता है कि राजा बलि तीन दिनों तक पृथ्वी पर रहते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं.