Bohag Bihu 2024 Wishes: बोहाग बिहू की हार्दिक बधाई! प्रियजनों संग शेयर करें ये WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images और Wallpapers
रबी की फसलों के पकने की खुशी में मनाए जाने वाले बोहाग बिहू का पहला दिन पशुधन को समर्पित है, जबकि दूसरे दिन को मनुआ कहा जाता है और तीसरा दिन देवताओंओं को समर्पित है. बोहाग बिहू के इस अवसर पर आप इन विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Bohag Bihu 2024 Wishes: चैत्र मास की तरह बैसाख महीने का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. इस महीने में जहां पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) में बैसाखी (Baisakhi), तमिलनाडु में पुथांडु (Puthandu), बिहार में जुड़ शीतल (Jur Sital), ओडिशा में पना संक्रांति (Pana Sankranti) जैसे पर्व नए साल (New Year) के तौर पर मनाए जाते हैं तो वहीं असम (Assam) और उत्तर पूर्वी राज्यों में बोहाग बिहू (Bohag Bihu) के त्योहार को असमिया नव वर्ष (Assam New Year) के तौर पर मनाया जाता है, जिसे रोंगाली बिहू (Rongali Bihu), वहाग बिहू और हत बिहू भी कहा जाता है. बोहाग बिहू का पर्व इस साल 14 अप्रैल 2024 को मनाया जा रहा है. यह पर्व कटाई के मौसम और हिंदू सौर कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. इस पर्व को सात दिनों तक अलग-अलग अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है.
बैसाखी की तरह फसलों को समर्पित बोहाग बिहू के पर्व को असम में एक हफ्ते तक मनाया जाता है. रबी की फसलों के पकने की खुशी में मनाए जाने वाले इस पर्व का पहला दिन पशुधन को समर्पित है, जबकि दूसरे दिन को मनुआ कहा जाता है और तीसरा दिन देवताओंओं को समर्पित है. बोहाग बिहू के इस अवसर पर आप इन विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
2- बोहाग बिहू 2024
3- बोहाग बिहू की हार्दिक बधाई
4- शुभ बोहाग बिहू
5- हैप्पी बोहाग बिहू
बोहाग बिहू उत्सव के दौरान इस मौसम की फसल की कटाई के बाद ईश्वर को अनाज अर्पित कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया जाता है. इस दिन लोग नारियल, चावल, तिल और दूध का उपयोग करके कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं. खुशहाली और समृद्धि के त्योहार बिहू पर पुरुष और महिलाएं ढोल, बांसुरी, पेपा, ताल की थाप पर पारंपरिक परिधान पहनकर बिहू डांस करते हैं. इसके साथ ही इस दिन बैलों की लड़ाई, मूर्गों की लड़ाई जैसे कई खेलों का आयोजन किया जाता है. गाय-भैंस जैसे पशुधन की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि बिहू पर्व के दौरान ढोल बजाने से इंद्र देव प्रसन्न होते हैं और पर्याप्त बारिश करते हैं, जिससे फसलों की पैदावार अच्छी होती है.